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Call Forward Scam Alert : बढ़ी कॉल फारवर्ड फ्राड की शिकायतें, रहें अलर्ट


डाटा चोरी कर हो रही ठगी, साइबर सेल में बढ़े शिकायतें के मामले

कॉल फारवर्ड फ्राड इंटरनेट की दुनिया में ठग नए नए तरीकों के माध्यम से लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। इन दिनों त्योहारी सीजन चल रहा है। लोग आनलाइन शॉपिंग से खरीदारी कर रहे हैं। ठग नए नए पैतरे आजमा कर आम लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं।

देश में अब काल फारवर्ड फ्राड के माध्यम से ठगी की शिकायतें ज्यादा आने लगी हैं। साइबर ठगी के नए-नए तरीकों से आम लोगों के खाते खाली हो रहे हैं। ठगों के नए तरीके पुलिस के लिए भी चुनौती का सबब बने हुए।

नए तरीके के इस आनलाइन फ्राड में टेलीकाम कंपनी के नाम से रि-वेरीफिकेशन या कोरियर कंपनी से पार्सल आने के नाम पर आपको ठग कॉल करते हैं।

इसके बाद शार्ट कोड के साथ आपके मोबाइल नंबर की मांग की जाती है, जिससे आपका काल डायवर्ट कर लेते हैं। फिर उसी नंबर से वाट्सएप इंस्टाल करके इसका गलत उपयोग कर आपके बैंक खाते को खाली कर देते हैं।

इन दिनों इस तरह के कई मामले पुलिस तक पहुंच रहे हैं। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी पुलिस ने लोगों को सचेत करने के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है।

डाटा चोरी की संभावना बढ़ी

काल फारवर्ड फ्राड स्कैम की घटना अधिकांश उन लोगों के साथ हो रही है, जिन्होंने कोरियर के जरिए सामान मंगाया है। इसमें किसी बड़ी कोरियर कंपनी के वेंडर का डाटा चोरी होने की आशंका है।

इससे साइबर ठगों को कोरियर कंपनी के ग्राहकों का बल्क में नंबर मिल गया होगा। इसके बाद उन मोबाइल नंबर धारकों को लगातार काल करके ठगा जा रहा है। लोगों को बरगलाने के लिए टेलीकाम कंपनी के नाम से भी अलग-अलग नंबर से काल कर रहे हैं।

ठगों के जाल में आने से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

  • फर्जी कॉल या अनजान नंबर पर विश्वास न करें।
  • कॉल फारवर्ड की जांच के लिए *#61# डायल करें।
  • कॉल फारवर्ड डीएक्टीवेट करने लिए ##002# डायल करें।

इस तरह अंजाम दे रहे कॉल फारवर्ड फ्राड ठग

साइबर ठग किसी टेलीकाम कंपनी या कोरियर कंपनी के नाम से लोगों को फोन करते हैं। उन्हें मोबाइल नंबर का रि-वेरीफिकेशन कराने के लिए कहते हैं। इसके लिए एक शार्ट कोड के साथ मोबाइल नंबर मांगते हैं। शार्ट कोड के साथ मोबाइल नंबर भेजते ही काल फारवर्ड हो जाता है।

बाद में इस नंबर पर दूसरा वाट्सएप डाउनलोड कर लेते हैं। फिर इससे जुड़े लोगों को मैसेज भेजकर रकम मांगना, पैसा ट्रांसफर कराने जैसी हरकतें करते हैं।

इसी तरह कोरियर कंपनी वाला बनकर काल करते हैं। ट्रेकिंग कोड में गड़बड़ी बताते हैं। इसे सुधारने के लिए शार्ट कोड के साथ मोबाइल नंबर मांगते हैं।

शार्टकोड के साथ मोबाइल नंबर मिलते ही उसे काल डायवर्ट में ले लेते हैं।

इसके बाद उन्हीं नंबर पर वाट्सएप इंस्टाल कर लेते हैं। इसके बाद उससे जुड़े लोगों को मैसेज भेजकर ठगी करते हैं।

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