Other

chhattisgarh news : कक्षा पहली से 8वीं तक के बच्चों का आंकलन इसी माह से

रायपुर बच्चो का आंकलन शिक्षा सत्र में माह अक्टूबर से प्रत्येक माह आयोजित किया जाएगा। इस संबंध में राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा आज राज्य के सभी जिला मिशन समन्वयकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य स्तर के अधिकारियों ने जिला मिशन समन्वयकों को आंकलन संबंधी दिशा-निर्देश दिए।


राज्य के विभिन्न जिलों में ‘पढ़ई तुहंर दुआर‘ के अंतर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली बच्चों के अध्ययन-अध्यापन का कार्य सतत् रूप से चल रहा है। पढ़ई तुहांर दुआर के अंतर्गत ऑनालाइन कक्षाएं, पढ़ई तुहांर पारा, लाऊड स्पीकर कक्षाएं और बुल्टू के बोल द्वारा कक्षाएं आयोजित कर अध्यापन कार्य विगत माह से कराया जा रहा है।

लगभग पांच माह से चल रही इन कक्षाओं में अध्ययनरत् बच्चों के स्तर का आंकलन करने के लिए इस माह से आंकलन का कार्य किया जाएगा। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा के निर्देशानुसार ऑनलाइन-ऑफलाइन पढ़ने वाले बच्चों का कक्षावार लर्निंग आउटकम्स के आधार पर निर्मित हुई दक्षताओं के आंकलन के लिए शिक्षकों द्वारा इन बच्चों का आंकलन किया जाएगा।

जिला नोडल अधिाकारियों से कहा गया है कि बच्चों के आंकलन के लिए विकासखंड एवं संकुल स्तर पर शीघ्र ही नोडल अधिकारी नियुक्त करें। 

बैठक का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को बच्चों का आंकलन किस प्रकार करना है, आंकलन की क्या विधि होगी, आंकलन का रिकार्ड कैसे संधारित होगा, आंकलन का आधार किस प्रकार होगा, आंकलन में ‘पढ़ई तुहांर दुआर‘ पोर्टल का उपयोग किस प्रकार करना है, इन सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। कुछ जिलों के जिला मिशन समन्वयकों द्वारा राज्य स्तर से बेबिनार किए जाने का अनुरोध किया गया, जिसे राज्य अधिकारी द्वारा मान्य कर आगामी 10 दिवसों में संचालित कराए जाने का आश्वासन दिया।

बैठक में एस.सी.ई.आर.टी. के संयुक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे, समग्र शिक्षा के उप संचालक कौशिक, लोक शिक्षण संचालनालय के उप संचालक मरकाम, एस.सी.ई.आर.टी. के सहायक संचालक ए.के.सारस्वत तथा समग्र शिक्षा के हरदेल, एन.आई.सी. की तकनीकी टीम के सदस्य उपस्थित थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button