रायगढ़ वर्ष के ढाई माह में ही डेंगू के 1166 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जिससे वर्षों पुराना रिकार्ड टूट गया हैं। रोजाना 25 से 30 मरीज डेंगू मच्छर के शिकार हो रहे हैं और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है।
अगस्त माह से हुई डेंगू के मरीज मिलने की शुरुआत
कुछ लोग जीवन और मौत से इसके दंश से संघर्ष भी कर रहे है तो कुछ असमय काल के आगोश में समा रहे है। दरअसल अगस्त माह में ही डेंगू मरीजों के मिलने की शुरुआत हुई थी।
7 अगस्त को जिले में सबसे पहले डेंगू के 8 मरीज मिले ।
इसके बाद लगातार इसकी संख्या बढ़ती गई। अगस्त से लेकर अक्टूबर तक ढाई माह में ही जिले में डेंगू के 1166 मरीज मिले हैं, जोकि चौकाने वाले आंकड़े हैं। बीते 10 साल की बात करें तो इतने मरीज नहीं मिले थे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी खुद इस बात को मान रहे हैं रोजाना शहर से डेंगू के 25 से 30 मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में यह आंकड़ा काफी चौकाने वाला है।
कई ऐसे भी साल हैं जिसमें सालभर में डेंगू के एक से दो मरीज ही मिले थे, लेकिन इस साल तो डेंगू मच्छरों ने हद ही पार कर दी है। इसका कारण शहर की सफाई व्यवस्था है। जाम नालियां बजबजाती कचरों के ढेर, बारिश के पानी का जमाव से ही डेंगू मच्छर पनप रहे हैं। अभी चुनावी सीजन आ गया है तो अधिकारी इस ओर ध्यान देना बंद कर दिए हैं, जबकि स्थिति में अभी कोई सुधार नहीं हुई है।
बहरहाल ड़ेंगू का दंश शहर वासियों को भारी पड़ रहा है। जिला प्रशासन के निर्देश पर स्थानीय स्तर में डेंगू से निपटने के लिए स्वच्छता अभियान चलाया गया है। इसके साथ ही फागिंग भी लगातार करवाया जा रहा है लेकिन इसका नतीजा शहर में सार्थक नजर नही आ रहा है। इसके बाद भी स्थिति भी अत्यधिक भयावह है। लोग ड़ेंगू के गिरफ्त में आकर आर्थिक व स्वास्थ्य नुक़सान झेल रहे है। इस तरह यह सब उपाय फेल नजर आया है।
वर्ष मरीज
- 2018- 129
- 2019 – 269
- 2020 – 3
- 2021 – 124
- 2022 – 2
- 2023 – 1166 ( 12 अक्टूबर की स्थिति तक)