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‘पक्षियों के मरने का कारण हो सकता है खतरनाक रेडिएशन’

रेडिएशन (टावर का रेंज अधिक बढ़ाना)

2जी, 3जी 4 जी के बाद अब 5 जी मोबाइल और इसके टावर से निकलने वाले खतरनाक रेडिएशन पक्षियों और मधुमक्खियों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। इसका बड़ा कारण है, शहर हो गावँ हो जरूरत से ज्यादा टावर लगाए जा चुके हैं।

एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में टेलीकॉम कंपनियों ने नियम-कानून को तांक पर रख दिया है। एक ही टावर में कई कंपनियों के नेटवर्क संचालित किए जाने लगे हैं, जिससे शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्रों में रेडिएशन की मात्रा दोगुनी से अधिक हो गई है। सबसे ज्यादा नुकसान छोटे जीव-जंतुओं को हो रहा है।


इसका प्रमुख कारण बढ़ते रेडिएशन टावर जो जीव जंतु पक्षी की जिंदगी बर्बाद कर रही है
और दुखद ये है कि इन टेली कम्पनियों को दना दान परमिट मिल रहा है
अगर ऐसे चलते रहा तो हमारे आने वाली पीढ़ी पक्षियों को देख नही पाएगी

मैं रजनीकांत अक्षय कुमार स्टारर मूवी 2-0 रोबेट देखा था उसमें बढ़ते रेडिएशन टावरों के बारे में दिखाया गया था किसी तरह पक्षियों मरते है अब उसमें कितनी सच्चाई है पर इन सब के बीच पक्षियों का मरना दुखद है

🙏वीरेंद्र सिंह बघेल🙏

After 2G, 3G, 4G, now 5G mobiles and dangerous radiation coming out of its tower are proving deadly for birds and bees. The big reason for this is, the city may be villages, more towers have been installed.

In the race to overtake each other, telecom companies have put the rules and regulations on hold. Networks of multiple companies have started operating in the same tower, which has more than doubled the amount of radiation in densely populated areas of the city. The most harm is done to small animals.

And the sad part is that these telecom companies are getting Dana Donation Permit If this continues, then our future generations will not be able to see the birds. For a long time now,

I saw Rajinikanth’s Akshay Kumar starrer movie 2-0 Robet, it showed about the rising radiation towers. Somehow the birds are dying. Now there is so much truth in it, but the death of birds among them is sad.

🙏virendra singh baghel🙏

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