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क्या आप जानते हैं? एक दिन में कितना खाना खाती है व्हेल…

SEO टाइटल: एक दिन में कितना खाना खाती है व्हेल? जानकर चौंक जाएंगे!

आपको अंदाज़ा तो होगा कि व्हेल जैसे विशाल प्राणी की भूख भी विशाल होगी। लेकिन कितनी विशाल? हाल ही में वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि बलीन व्हेल अनुमान से तीन गुना ज़्यादा खाती हैं। इनके मुंह में एक कंघीनुमा छन्ना होता है, जिसे बलीन कहते हैं। यह समुद्र में छोटे जीवों को छानकर खाने में मदद करता है।



व्हेल और समुद्री ecosystem का कनेक्शन

इस अध्ययन ने एक खास बात बताई है। लोग सोचते थे कि अगर व्हेल न हों, तो छोटे क्रस्टेशियन (झींगा जैसे जीव) बहुत बढ़ जाएंगे। लेकिन वास्तव में, जब व्हेल की संख्या कम हुई, तो क्रस्टेशियन भी तेज़ी से घटे। रिसर्चर्स ने पाया कि whale समुद्र में पोषक तत्वों को फैलाती हैं। वे नीचे से भोजन खाकर ऊपर अपशिष्ट छोड़ती हैं, जिससे समुद्री जीवों को पोषण मिलता है। व्हेल के जाने से क्रस्टेशियन को भी पोषण मिलना बंद हो गया।

do you know whale kitna khati hai new research
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कैसे हुई ये नई खोज?

हॉपकिंस मरीन स्टेशन के मैथ्यू सावोका पहले यह जानना चाहते थे कि whale कितना प्लास्टिक खाती हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें पहले यह पता लगाना पड़ा कि whale कुल कितना भोजन खाती हैं। अब तक इसके बारे में सिर्फ़ मोटे-मोटे अनुमान थे। सावोका और उनकी टीम ने ड्रोन, इको-साउंडिंग और सक्शन कप ट्रैकिंग डिवाइस का इस्तेमाल किया। उन्होंने 9 साल (2010-2019) तक 321 whale पर नज़र रखी।

whale की खुराक का हैरान करने वाला खुलासा

नेचर पत्रिका में छपे नतीजों के अनुसार, बलीन whale अनुमान से तीन गुना ज़्यादा खाना खाती हैं। उदाहरण के लिए, उत्तरी प्रशांत की ब्लू व्हेल एक दिन में लगभग 16 टन छोटे क्रस्टेशियन खा जाती है – यह लगभग दो ट्रक भरकर खाने जितना है। इसी तरह, धनुषाकार सिर वाली whale रोज़ाना लगभग 6 टन जंतु-प्लवक खाती है। बीसवीं सदी में शिकार से पहले, दक्षिणी महासागर की बलीन whale सालाना 43 करोड़ टन क्रस्टेशियन खाती थीं।

व्हेल का पर्यावरण पर गहरा असर

यह अध्ययन दिखाता है कि व्हेल आयरन जैसे पोषक तत्व भी पैदा करती हैं।

इससे समुद्री खाद्य शृंखला की नींव यानी प्रकाश संश्लेषक प्लवक बढ़ते हैं।

इसका मतलब है whale के लिए ज़्यादा क्रस्टेशियन और मछलियों के लिए ज़्यादा शिकार।

साथ ही, ज़्यादा प्रकाश संश्लेषण से वातावरण से कार्बन डाईऑक्साइड भी ज़्यादा सोखी जाती है।

यह रिसर्च बताती है कि whale का शिकार महासागरों को सीधा और उल्टा, दोनों तरह से प्रभावित करता है।

पारिस्थितिकी (ecology) एक बहुत ही पेचीदा मामला है।

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