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Gold Purity Check: सिर्फ हॉलमार्क नहीं, BIS Care App से जानें खरा सोना

Gold Purity Check: Don’t Trust Hallmarks Alone! Use BIS Care App to Identify Real Gold.

अगर आप इस धनतेरस या किसी भी शुभ अवसर पर सोने की ज्वेलरी (Gold Jewellery) खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो सिर्फ हॉलमार्क (Hallmark) देखकर यह मत मान लीजिएगा कि सोना एकदम खरा है। आजकल नकली हॉलमार्किंग के तमाम मामले सामने आते हैं। इसलिए ज्वेलरी खरीदने से पहले हॉलमार्क का रियलिटी चेक करना बहुत जरूरी है। यह Gold Purity Check आपकी मेहनत की कमाई को ठगी से बचाएगा। आमतौर पर सोना खरीदते समय हॉलमार्क देखा जाता है, लेकिन सिर्फ हॉलमार्क देखने से काम नहीं चलेगा। आपको यह भी समझना होगा कि हॉलमार्क असली है भी या नहीं।





खरीदते समय पहले करें ‘विजुअल टेस्ट’

सोना खरीदते वक्त सबसे पहले ज्वेलरी पर बने तीन निशान (Three Marks) को जरूर ध्यान से देखें।

  1. BIS Logo: भारतीय मानक ब्यूरो का चिन्ह (BIS Logo)।
  2. Purity Mark: कैरेट के हिसाब से शुद्धता का निशान (Purity Mark)।
  3. HUID Code: छह अंकों का HUID (Hallmarking Unique Identification) Code
  • समान रूप से दिखना: इन तीनों निशानों का साफ और समान रूप से दिखना बहुत जरूरी है।
  • खरोंच और धुंधलापन: अगर इन पर खरोंच या धुंधलापन है, तो ज्वेलरी को क्रॉस चेक जरूर करें।
  • परफेक्ट फिनिशिंग: असली हॉलमार्क में चमक और निशान की फिनिशिंग एकदम परफेक्ट होती है।

BIS Care App से करें असली और नकली हॉलमार्क की पहचान

हॉलमार्क असली है या नकली, इसकी पहचान आप भारतीय मानक ब्‍यूरो (BIS) के बनाए BIS Care App की मदद से आसानी से कर सकते हैं।

  1. ऐप इंस्टॉल करें: सबसे पहले BIS Care App को अपने मोबाइल में इंस्‍टॉल करें।
  2. रजिस्ट्रेशन करें: इसमें अपना नाम, फोन नंबर और ईमेल आईडी दें। अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी OTP के जरिए वेरिफाई करें।
  3. HUID चेक: इसके बाद आप ऐप का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। चेक करने के लिए Verify HUID सेक्शन में जाकर ज्वेलरी का HUID नंबर डालें।
  4. डिटेल्स देखें: अगर ज्वेलरी असली होगी, तो ऐप में उसकी शुद्धता, प्रोडक्ट का नाम जैसी तमाम डिटेल्स आपके सामने आ जाएंगी।

Gold Purity Check: कैरेट के हिसाब से शुद्धता और कीमत

सोना खरीदने से पहले कैरेट (Carat) के हिसाब से शुद्धता और कीमत का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। यह Gold Purity Check का बुनियादी नियम है।

कैरेट (Carat)शुद्धता (%)कोडउपयोग
24 Carat99.9%NAज्वेलरी के लिए नहीं
22 Carat91.66%916सबसे ज्यादा ज्वेलरी में यूज
18 Carat75%750डायमंड ज्वेलरी में यूज
14 Carat58.3%585सस्ती रेंज की ज्वेलरी
9 Carat37.5%375नए नियम में शामिल

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  • 22 कैरेट सोना सबसे ज्यादा ज्वेलरी में यूज होता है, क्योंकि ये शुद्ध भी है और टिकाऊ भी।
  • अन्य धातुएं: 22 कैरेट, 18 कैरेट और 14 कैरेट सोने में अन्य धातुओं को मिक्स करके गहने तैयार किए जाते हैं, ताकि वे मजबूत रहें।

सरकारी नियमों को अच्छे से समझें

भारत सरकार ने ग्राहकों के हित में ज्वेलरी की बिक्री के लिए BIS हॉलमार्किंग को अनिवार्य किया है।

  • अनिवार्यता: पहले केवल 14, 18 और 22 कैरेट के सोने की ज्वेलरी बिकती थी, लेकिन अब 9 कैरेट गोल्ड पर भी हॉलमार्किंग जरूरी कर दी गई है।
  • नया नियम: यह नियम जुलाई 2025 से लागू हो चुका है।
  • फायदा: इससे ग्राहकों को सस्ती रेंज में गोल्ड खरीदने का ऑप्शन मिलेगा, और ज्वेलरी की क्वालिटी पर भी भरोसा बना रहेगा।

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घर से निकलने से पहले दाम जरूर चेक करें

गोल्ड खरीदने से पहले उस दिन के रेट जरूर चेक करें, क्योंकि दाम रोज बदलते हैं

  • रेट चेक करें: आप BIS या भारत सरकार की जेम्स एंड ज्वैलरी वेबसाइट पर जाकर रेट देख सकते हैं।
  • फायदा: इससे ज्वैलर द्वारा गलत दाम बताए जाने की संभावना कम हो जाती है।
  • तुलना: घर से निकलते समय 24 कैरेट, 22 कैरेट, 18 कैरेट और अन्य कैरेट के सोने के दाम चेक करके जाएं।




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