…तो इस तरह फिर से बसा सकते हैं किसी की खुशहाल ज़िन्दगी
रायपुर ( स्मार्ट सिटी ) . तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी … अंधेरों से मिल रही रोशनी… वैसे ये गीत दो दिलों के अपनेपन का अहसास दिलाता तो जरूर है। लेकिन आज बदलते दौर में ये अपनापन कम होता नजर आ रहा है। अधिकत्तर इक-दूजे का साथ निभाने के लिए बंधे पवित्र बंधन में सभी शादीशुदा जोड़े हमेशा हंसते, मुस्कुराते, लड़ते-झगड़ते, रूठते-मनाते ज़िन्दगी के सफ़र को तय करते हुए अपनी मंज़िल पा ही लेते हैं।
कुछ ऐसे भी हैं, जो आज समाज में अकेले ज़िन्दगी का संघर्ष करते दिख जाएँगे, लेकिन आप उन्हें पहचान नहीं पाएंगे।
ये ऐसे लोग हैं, जो तक़दीर के लिखे फैसलों के शिकार हैं। इनमें देश की रक्षा करने वाले शहीद की पत्नी भी हो सकती है या किसी शराबी, अत्याचारी आदि की प्रताड़ना की शिकार हुई महिला, जिसे समाज आज उपेक्षा भरी निगाहों से भी नहीं देखती।
खैर… मुद्दे की बात ये है कि, पिछले चार वर्षों से समाज में विधवाओं की दशा सुधारने के लिए छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ” नेचर्स केअर एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी ” नाम की संस्था निःशुल्क विधवा-विधुर पुनर्विवाह के लिए संगठित प्रयास कर रही है।
इस कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर लगातार बैठकों के साथ ही जिलेवार प्रेस कांफ्रेंस का दौर जारी है। संस्था की अध्यक्ष डॉ. विनीता पाण्डेय ने बताया कि इस बार 18 जून को होने वाले राष्ट्रीय पुनर्विवाह के लिए पंजीयन कराने की प्रक्रिया रविवार 28 मई को रायपुर के वीआईपी रोड स्थित निरंजन लाल धर्मशाला में सुबह 9.30 बजे से शुरू होगी। यह आयोजन 2 चरणों होगा, जिसमें पहला चरण (भाग-1) परिचय सम्मलेन के साथ कॉउंसलिंग और दूसरा चरण विवाह का शामिल है। फ़िलहाल 26 मई तक 250 से अधिक ने पंजियन करवाया। पंजीयन की तिथि 28 मई की गई है।
आज ही अपने परिवार को दें ये जरूरी जानकारी…
अविवाहित पुरुष भी करा रहे पंजीयन
डॉ. विनीता ने आगे बताया कि इस वर्ष भी राष्ट्रीय स्तर पर उम्मीदवारों की संख्या और पूछताछ बढ़ रही है। इनमें विधवा-विधुर, तलाकशुदा पुरुष और महिलाओं के अलावा अविवाहित पुरुष भी अपना पंजीयन करवा रहे हैं। कार्यक्रम के सफलता पूर्वक आयोजन के लिए अलग-अलग समिति बनाकर उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है।
डॉ. विनीता ने कहा कि, भारतवर्ष में हमारी इकलौता संस्था है, जिसके कार्यक्रम में सुविधाजनक परिचय सम्मलेन आयोजित होती है।
परिचय सम्मलेन में वधू पक्ष को समय दिया जाता है कि पहले आप-दूसरे के साथ परिवारों को समझ सकें, उन्हें जान सकेँ फिर इसके बाद विवाह के लिए हामी भरें।
समाज में बहोत सी ऐसी महिलाएं हैं, जहाँ पर इस तरह की स्थिति होने के बावजूद मन की पीड़ा को अपने अंदर ही दबा लेतीं हैं। उनके मन में यह भय बना रहता कि समाज व परिवार के लोग क्या कहेंगे? डॉ. विनीता ने लोगों से अपील की है कि वे अपने आसपास ऐसी महिलायों की भावनाओं को समझ कर उन्हें नई ज़िंदगी देने में मदद करें।
इनका मिल रहा सहयोग
डॉ. विनीता ने बताया कि इस पूण्य कार्य में सहयोगी संस्था के रूप में प्रेस क्लब, गायत्री परिवार, महाराष्ट्र मंडल, बढ़ते कदम, सिम्पली लाइफ आदि का सहयोग मिल रहा है। इनके अलावा छाया राय, सुभाष अग्रवाल, पीजी शीतूत, विजय भट्टाचार्य, सौरभ तिवारी, स्मिता पाण्डेय, अनुराधा दुबे, दीप्ती दुबे, भारती शर्मा, सरस्वती मिश्रा, विद्यादेवी साहू, सरित दोशी, प्रीति ठाकुर, राधा राजपाल, सुरेश गुप्ता, माधव यादव, सरिता साहू, प्रगति बाजपेयी, विक्रांत राजपुरोहित, अमित डोए, सागर अग्रवाल, धनेश साहू, योगेश चौहान, अनीता विश्वकर्मा, मोनिका दुबे, आशीष तिवारी, राकेश गौतम, प्रमोद गौतम, निरंजना शर्मा, मुस्कान खान, आदिता बुन्देल, ममताअ अग्रवाल, चेतन चंदेल, सुषमा तिवारी, अनुराधा चौधरी, योगेश तिवारी, आदित्य बुन्देल, अमित सोनी, रवि दुबे, आदित्य तामस्कार, सुनील शर्मा, प्रियंका मिश्रा, राजनी यादव, भाविक नायर आदि कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे हैं।
एक ऐसा जहाँ… हर इंसान के पास बराबर का मौका
जरूरी दस्तावेज
1. आधार कार्ड
2. जन्म प्रमाण पत्र
3. अंकसूची ( 5वीं, 8वीं या 10वीं )
4. तलाकनामा और परिवार की सहमति पत्र
5. आय प्रमाण पत्र
6. संबंधित व्यक्ति के निवास स्थान के दो व्यक्तियों के हस्ताक्षर सहित आवेदन आमंत्रित होंगे।
आयोजक मंडल को किसी प्रकार से आवेदन की अनियमितता पर आवेदन को निरस्त करने अधिकार रहेगा।
बस आपको करना ये है कि अगर आपकी नज़र में कोई हो ऐसा तो उस तक इस सन्देश को जरूर पहुंचायें। ताकि आपकी एक कोशिश किसी की अंधेरों से भरी दुनिया को रोशन कर सके।
अधिक जानकारी और फॉर्म के लिए इन मोबाईल नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।
+91 9826191068 ( डॉ. विनीता पांडेय )
9179062989
9424202244 ( पीजी शीतूत )
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