बच्चों को दी जाएगी विटामिन ए और आयरन सिरप की खुराक
दुर्ग कोरोना संकटकाल में लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। किसी भी बीमारी से बचाने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। अब अहम यह भी है कि ऐसे समय में विशेषकर बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी ध्यान रखा जाए।
पौष्टिक आहार के साथ ही उनके लिए विटामिन ए की खुराक देना जरूरी ।
यह खुराक नौ माह से 5 साल तक के बच्चों को 6 माह में एक बार दी जाती है । विटामिन ए की खुराक से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। साथ ही कुपोषण में कमी भी आती है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सुदामा चंद्राकर ने बताया, “शिशु संरक्षण माह के दौरान 9 माह से 05 वर्ष तक के 1.63 लाख बच्चों को विटामिन ‘ए‘ की खुराक पिलाई जायेगी वहीँ की खुराक एवं आयरन सिरप 6 माह से 5 वर्ष तक के 1.72 लाख बच्चों को पिलाई जानी है। गर्भवती महिलाओं को आयरन फोलिक एसिड का वितरण प्रथम तिमाही पश्चात् दिया जाना है तथा बच्चों का वजन किया जाना व नियमित टीकाकरण से छुटे हुए बच्चों को टीकाकृत किया जाना है”।
क्यों जरूरी है विटामिन ए
विटामिन ए की कमी से बच्चे लगातार बीमार पड़ सकते हैं। बच्चों की आंखें कमजोर हो सकतीं हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार जिले में शिशु संरक्षण माह का आयोजन 22 जनवरी से 26 फरवरी 2021 तक किया जायेगा। इसके अंतर्गत निर्धारित तिथियों में सभी टीकाकरण केन्द्रों में मंगलवार एवं शुक्रवार को टीकाकरण की सेवाओं के साथ साथ विटामिन ए की खुराक भी प्रदान की जाएगी।
शिशु संरक्षण माह के दौरान नौ माह से 11 माह तक के सभी बच्चों को एक एमएल की , एवं एक वर्ष से पांच वर्ष तक की उम्र के बच्चों को दो एमएल विटामिन ए की खुराक दी जायेगी साथ ही 06 माह से 05 वर्ष तक के सभी बच्चों को आयरन फॉलिक एसिड सिरप दी भी जाएगी। बच्चों में कुपोषण की जांच पूर्व में वजन किये बच्चों की स्क्रिनिंग की जाएगी। अति कुपोषित बच्चे जो एस.ए.एम की श्रेणी में है, उन्हें चिन्हांकित कर पोषण पुर्नवास केन्द्र में भर्ती किया जायेगा तथा स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जायेगी।
शिशु संरक्षण माह 10 सत्रों में अभियान के लिए निर्धारित दिवस मंगलवार – 2 फरवरी, 9 फरवरी, 16 फरवरी एवं 23 फरवरी 2021 को इसी तरह शुक्रवार -22 जनवरी, 29 जनवरी, 5 फरवरी, 9 फरवरी, 12 फरवरी, 19 फरवरी व 26 फरवरी 2021 को ऑगनबाड़ी केन्द्र व स्वास्थ्य केंद्रों में सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक टीकाकरण किया जाएगा ।
इस दौरान कोविड-19 के गाइडलाइन के अनुसार ही आरएचओ महिला, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व मितानिन द्वारा मास्क, सेनेटाइजर व फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ बच्चों को विटामिन ए और आयरन सिरप की खुराक दी जाएगी ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने जिले वासियों से अपील करते हुए कहा, “शिशुवती माताएं निर्धारित समय में केंद्रों पर पहुंचकर अपने बच्चे को विटामिन ए की खुराक पिलाएं।
विटामिन ए की दवा से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता व मानसिक विकास में वृद्धि एवं आंख में रात में होने वाला अंधापन (नाइट ब्लाइंडनेस) की रोकथाम में मदद मिलती है। कार्यक्रम के दौरान निर्धारित आयु वर्ग के बच्चों को शत-प्रतिशत विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी।इस दौरान केंद्र पर भीड़ लगाने से बचें, शारीरिक दूरी का ध्यान रखें और पूर्व में निर्धारित समय पर पहुंचकर बच्चों को कार्यक्रम का लाभ दिलवाए।
क्या कहते हैं आंकड़े :
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2015-16 के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो दुर्ग जिले में 9 माह से 5 वर्ष तक के लगभग 73 प्रतिशत बच्चों ने ही विटामिन ए की खुराक का सेवन किया है जबकि इस आयु वर्ग के सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक मिलना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए सरकार द्वारा हर 6 माह में शिशु संरक्षण माह का आयोजन किया जाता है। ताकि सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जा सके ।