Health Tips: बरसात में मौसमी बीमारियों से बचने के लिए रखें इन बातों का ख्याल
रायपुर। बारिश आते ही मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है। ऐसे में लोगों में सर्दी जुकाम, बुखार और त्वचा संबंधित आदि बीमारियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। मानसून में भीगने से त्वचा संबंधित रोग बढ़ने लगे हैं।
बारिश में भीगने से यदि कपड़ें गीले हो गए हैं तो इन्हें न पहनने, गीले कपड़े पहनने से आपकी समस्या बढ़ सकती है। गीले कपड़े पहनने से ज्यादातर लोग दाद, खाज और खुजली के शिकार बन जाते हैं।
इस मौसम में खुजली, त्वचा का लाल होना, फुंसी और फंगल इंफेक्शन के सैकड़ों मरीज रोजाना इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। इस समय अस्पतालों में 20 फीसद मरीज त्वचा संबंधित परेशानी के बढ़ गए हैं।
इस मौसम में पत्तेदार सब्जियों, उड़द की दाल और तली-भुनी चीजों के प्रयोग से बचें।
नियमित तौर पर सुबह-शाम दो बार स्नान करें। खाने में सलाद शामिल करें।
सुबह उठने के बाद 2-3 गिलास गुनगुना पानी पीने के 10-15 मिनट बाद शौच जाएं। सिंथेटिक कपड़े न पहनें।
इन बातों का रखें ध्यान
बारिश में भीगने से बचें। यदि भींग जाते हैं तो जल्दी वस्त्रों को बदलकर अच्छी तरह शरीर को पोंछकर सुखा लें।
गर्म गुनगुने पानी में थोड़ा नमक डालकर गरारा करें।
स्नान से पूर्व पूरे शरीर को सरसों के तेल अथवा ऑलिव ऑयल से मालिश कर लें।
घर में सीड़न और आस-पास जलभराव होने न दें।
पानी उबालकर ठंडा कर के ही पिएं।
फ्रिज का पानी ना पिएं, चाय की जगह तुलसी अदरक काली मिर्च दालचीनी मुलेठी इत्यादि का काढ़ा बनाकर सेवन करें।
सर्दी जुकाम होते ही तुरन्त अपने चिकित्सक की सलाह लें।
घबराए ना ताकि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे, ऐसा करना इस कोरोनाकाल में ज्यादा जरूरी है।
त्वचा रोग विशेषज्ञ की मानें तो इस मौसम में त्वचा संबंधित थोड़ी-बहुत परेशानियां देखने को मिलती हैं। खानपान में नियमितता, पोषक तत्वों की कमी और अधिक मात्रा में स्टेरायड का प्रयोग इन रोगों को बढ़ावा देता है।
युवा वर्ग बिना डाक्टरी सलाह के ही स्टेरायड युक्त दवाइयों का प्रयोग करते हैं। बरसात के मौसम में नमी, उमस और पसीने के कारण त्वचा फीकी और नीरस हो जाती है। किसी भी दवाई या क्रीम से प्राकृतिक त्वचा में बदलाव नहीं आता है।
खान-पान का ध्यान रखें तो निश्चित रूप से त्वचा स्वस्थ रहती है। इसलिए अनावश्यक रूप से दवाइयों खास तौर से स्टेरायड युक्त किसी भी क्रीम के प्रयोग से बचें।
त्वचा संबंधित रोगों से बचने के लिए नियमित तौर पर शरीर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। खाने में संतुलित आहार और मौसमी फल जरूर खाएं। डाक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा इस्तेमाल न करें।
#Monkeypox
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) July 27, 2022
मंकीपॉक्स के लक्षणों को अनदेखा ना करें और इसके प्रसार को रोकने के सभी उपायों को अपनाएं।
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