कोरोना वायरस की महामारी ने दुनिया भर में लोगों को कीटाणुओं के डर के साये में जीने का भय पैदा कर दिया है और लोग मजबूरन वायरस के साथ जिन्दगी जीने के आदी बनते जा रहे हैं। दुनिया भर के बैज्ञानिकों के वैक्सीन ढूंढ़ने के अब तक के प्रयासों में मिली निराशा के बीच मास्क पहनने , फेस कवर , सोशल डिस्टैन्सिंग तथा हाथ धोने को ही इस बीमारी की रोकथाम का कारगर उपाय माना जा रहा है।
एक्सपर्ट्स , डॉक्टरों और स्वास्थ्य संगठनों ने बार बार हाथों को बीस मिनट तक गुनगुने पानी-साबुन से धोने की सलाह दी है लेकिन ऐसे में इस आपदा के बाज़ारीकरण में कुछ बड़ी कम्पनियाँ हैंड सैनीटाईज़र , एंटी वायरल हैंडवाश ,एन्टी माइक्रो बायल्स आदि उत्पादों के प्रचार करने पर जुटी हैं ताकि इस महामारी का भी वैश्वीकरण करके मुनाफा कमाया जा सके।
लेकिन, स्वास्थ्य बिषेषज्ञ यह मानते हैं की कोरोना वायरस के केमिकल मेकअप को खतम करने का सबसे प्रभाबी और आसान तरीका साबुन और गर्म पानी से हाथ धोना ही है क्योंकि इस से वायरस के ऊपर चढ़ा लिपिड का आबरण हट जाता है और वायरस निष्क्रिय हो जाता है। साबुन और पानी से वायरस का बाहरी खोल घुल जाता है जिससे वायरस की कापियां बनाने बाले अनुबंशिक पदार्थ को निष्क्रिय कर के बहा देता है। डॉक्टरों की माने तो आप हैंड सैनीटाईज़र, एंटी वायरल हैंडवाश, एन्टी माइक्रो बायल्स आदि का उपयोग सफर के दौरान या बहां कर सकते हैं जहां साबुन-पानी की उपलब्धदता नहीं है। अब जबकि देश की काफी बड़ी आबादी के पास साफ पानी की सुविधा ही उपलब्ध नहीं है तो ऐसे में डॉक्टरों के अनुसार यह जरूरी नहीं है की आप स्वच्छ , ताजे या साफ पानी से ही हाथ धोएं, बल्कि कच्चे पानी-अशुद्ध पानी-खारे पानी आदि से भी साबुन लगा कर हाथ धोने से कोरोना वायरस के संक्रमण को प्रभाबी तरीके से रोका जा सकता हैं। डॉक्टरों की सलाह के अनुसार आपको हाथ गीले करके अच्छी तरह साबुन लगा कर तसल्ली से बीस सेकण्ड तक हाथ का हर कोना अच्छी तरह धोना चाहिए तथा यह सुनिश्चित करना चाहिए की कोई भी जगह या कोना अछूता न रह जाये।
अब जबकि हाथ धोने को बीमारी रोकने का मूल मन्त्र माना जा रहा है तो ऐसे में सवाल यह उठता है की बार बार साबुन से हाथ धोने से हाथ की बाहरी संवेदनशील त्वचा में जलन , खुजली , सूखापन ,एक्जिमा , डर्मेटाइटिस आदि बिमारियों को कैसे रोका जाये। मेरा यह मानना है की साबुन , केमिकल , डिटर्जेंट और अलकोहल आधारित सैनी टाईज़र का हाथों पर बार बार प्रयोग करने से एपिड मिर्स की ऊपरी त्वचा में प्रोटीन को नुकसान पहुँचेगा जिससे हाथ लाल , खुरदरे ,सूखे , बेजान और मुरझाये दिखने लगते हैं। इनके ज्यादा प्रयोग से आपके हाथों में कट लग सकते हैं जिससे बैक्टीरिया हमारी त्वचा में प्रवेश कर सकता है जिससे ‘‘एक्जिमा’’ जैसे रोग घर कर सकते हैं।आपके हाथों में झुनझुनी का अहसास हो सकता है और त्वचा फफोलेदार और पीड़ा दायक हो सकती है। वास्तव में हाथों की पिछली ओर की त्वचा काफी पतली होती है तथा इसमें तैलीय ग्रन्थियों की कमी रहती है जिसकी वजह से हाथों में झुर्रियां पड़ जाती हैं। बार-बार साबुन से हाथ धोने से नाखुन भी शुष्क होकर भुरभुरे हो जाते हैं तथा नीरस होकर आसानी से टूट जाते हैं।
हमारी त्वचा की बाहरी परत की त्वचा वाॅटरप्रूफ बैरियर की तरह काम करती है । यह परत समतल कोशिकाओं से बनी होती है जोकि त्वचा की सामान्य नमी को बनाए रखते हुए त्वचा की बाहरी पदार्थों से रक्षा प्रदान करती है।
जब हम हाथों को साबुन को झाग से बार-बार धोते हैं तो यह प्रकृतिक बैरियर टूट जाता है तथा हाथों की त्वचा को नुकसान पहुँचना शुरु हो जाता है तथा ऐसे में हाथों की त्वचा की रक्षा करना अनिवार्य हो जाता है। सबसे पहले यह सुनिश्चित करें की हाथ धोने के बाद उन्हें अच्छी तरह सूखने दें तथा हाथ सूखने के बाद ही हैंड क्रीम लगाएं। हाथों के अच्छी तरह सूखने से बैक्टीरिया और वायरस दोनों मर जाते हैं जबकि गीली त्वचा से इनके फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इसके इलाबा सिंगल यूज़ नैपकिन का प्रयोग करें क्योंकि एक ही कपडे से बार बार हाथ पोंछने से बैक्टीरिया के फैलने का खतरा बढ़ सकता हैं। हाथ सूखने के बाद त्वचा पर जैल या खुशबू रहित हैंड क्रीम उपयोग में लाएं या आप मॉइस्चराइजिंग मास्क भी अप्लाई कर सकते हैं।
सबसे पहले सुबह के स्नान के समय हाथों को आयॅल तथा माईस्चराईज करने की शुरुआत करनी चाहिए।
कच्चे दूध की मालिश हाथों को कोमल बनाये रखने में काफी मददगार साबित होती है। कच्चे दूध को निकालकर फ्रिज में रख लीजिये और जब भी समय मिले तो हाथों पांवों पर मल कर धीरे धीरे मालिश करें। इससे त्वचा मुलायम होगी तथा त्वचा पर जमी मैल , गन्दगी दूर होगी। आप इस प्रक्रिया को रोजाना दुहरा सकते हैं या 1 -2 दिन के अंतराल के बाद उपयोग कर सकते हैं
स्नान से पहले हाथों पर गुनगुना तेल लगाकर हाथों पर अच्छी तरह मालिश कीजिए जिससे हाथों की त्वचा मुलायम हो जाये। इसके लिए आप नाॅरियल तेल या बादाम तेल का उपयोग करे तो ज्यादा बेहतर होगा। नहाने के तत्काल बाद जब आपकी त्वचा गीली हो तो हाथों पर माॅइस्चराईजर लगा लीजिए जिससे त्वचा में नमी को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
बादाम, दही और चुटकी भर हल्दी डालकर बने मिश्रण को हाथों पर लगाकर 30 मिनट बाद हाथों को ताजे ठण्डे पानी से धो डालिए। इस प्रक्रिया को आप हफ्ते में दो बार अपना सकते हैं। रात्रि को सोने से पहले हाथों पर पौष्क क्रीम की हल्के मालिश करने के बाद सो जाइए।
हाथों की त्वचा को मुलायम बनाए रखने के लिए आप कुछ घरेलू हर्बल प्रसाधनों की मदद भी ले सकती है। आजकल बाजार में कई तरह के माॅइस्चराईजर, हैंड क्रीम आदि उत्पाद उपलब्ध है। बाॅडी लोशन की बजाय हैंड क्रीम हमेशा बेहतर साबित होती है क्योंकि हैंड क्रीम ज्यादा पौषक होती है। पानी पर अधारित लोशन लगाने से त्वचा में सुखापन बढ़ जाता है क्योंकि पानी हवा में उड़ जाता है। इसके मुकाबले आयॅल पर आधारित क्रीम लगाना कहीं ज्यादा प्रभावी तथा लाभप्रद रहता है। जब भी आपके हाथ शुष्क हों तो तत्काल हैंड क्रीम लगाना कतई ना भूलें । हाथों को धाने के लिए उपयोग किए जाने वाले साबुन हल्के तथा सुगन्धरहित होने चाहिए।
चार चम्मच बादाम तेल, एक चम्मच गुलाब जल तथा आधा चम्मच टिनचर बेंज़ोइन को मिलकार बने मिश्रण को हाथों पर लगाकर हाथों पर सूती कपड़ा लपेटकर हाथों को ढक लें तथा इसे रात भर हाथों पर लगा रहने के बाद सुबह हाथों को ताजे सामान्य पानी से धो डालिए। इससे आपके हाथ कोमल तथा मुलायम हो जायेंगे।
लोशन की बजाय अगर आप क्रीम/आयॅन्टमैंट को प्राथमिकता दीजिए क्योंकि यह ज्यादा प्रभावी होते हैं।
नींबू जूस और चीनी को हाथों पर रगड़ने से त्वचा मुलायम होती है।
दो चम्मच सूर्यमुखी तेल, 2 चम्मच नींबू जूस तथा तीन चम्मच चीनी को मिलाकर बनाये मिश्रण को हाथों पर लगाकर आधे घण्टे बाद हाथों को ताजे साफ पानी से धो डालिए। इसे हफ्ते में तीन बार प्रयोग कर सकते हैं।
ताजे संतरे की फांकों को एक फार्क से भेदकर इन्हें अपने हाथों पर आहिस्ता-आहिस्ता रगड़िये। चोकर, बेसन, हल्दी तथा दूध को मिलाकर इसका पेस्ट बना लीजिए। इस मिश्रण को 20 मिनट तक हाथों पर लगाने के बाद हाथों को ताजे साफ पानी से धो डालिए।
बादाम तेल तथा शहद को बराबर अनुपात में मिलाकर बने मिश्रण को अपने नाखूनों तथा सटी त्वचा पर लगाने से नाखून मुलायम हो जायेंगे।
वैजीटेबल आयल को गर्म करके इसमे नाखून डुबोने के बाद गीले तौलिए से नाखूनों को पोंछ दीजिए। प्रतिदिन बादाम खाने से नाखून मजबूत होते हैं। अपने आहार में अनाज, दही पत्तेदान सब्जियों तथा फलों को सम्मिलित करें।
यदि आपकी त्वचा कैमिकलयुक्त साबुन,डिटरजैंट के प्रति संवेदनशील है तो आप बर्तन धोते समय हाथों पर दस्ताना पहनना कतई न भूलें। एक चम्मच खमीर को एक गिलास ताजे जूस में डालकर पीने से नाखुन तथा त्वचा बेहतर और स्वास्थ्यवर्धक रहती है।
(लेखिका शहनाज़ हुसैन अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौन्दर्य विशेषज्ञ हैं तथा हर्बल क्वीन के रूप में लोकप्रिय हैं