बीजापुर जिले में कलेक्टर श्री रितेश अग्रवाल के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं एवं बच्चों संबंधी कानूनी अधिकारों की जानकारी ग्राम पंचायतों में शिविर का आयोजन कर दिया जा रहा हैं, आज जिले के ग्राम पंचायत चेरपल्ली के ग्राम गोरगुंडा, ग्राम पंचायत पामगल, पापनपाल, सागमेटा में शिविर का आयोजन किया गया है इस दोरान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान अंतर्गत बाल संरक्षण तंत्र के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए उपस्थित बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष सरपंच,पंच,स्कूल के प्राध्यापक, ऑगनबाडी कार्यकर्ता, समूह के सदस्य एवं स्कूल के बच्चे को बताया गया है कि बच्चा कौन है ?बच्चें को सुरक्षा का अधिकार क्या है ?कन्या भ्रूण हत्या क्या है?, बाल विवाह, बाल मजदूरी, बाल यौन शोषण, अनैतिक मानव व्यापार क्या है?, जातीय भेदभाव, निःशक्त बच्चों का अधिकार क्या है? की जानकारी के साथ ही साथ संरक्षण तंत्र की जानकारी जिसमें किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012, किशोर न्याय बोर्ड व बालक कल्याण समिति की भूमिका, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं अभियान का उददेश्य, किशोर-किशोरी सशक्तिकरण अंतर्गत बाल विवाह की हानियॉ बाल विवाह के रोकथाम के उपाय, किशोरियों के पोषण एवं स्वच्छता से संबंधित मुददे एवं समाधान, बच्चों के अनैतिक व्यापार अधिनियम, ग्राम पंचायत स्तर पर संधारित पलायन पंजी, ग्राम पंचायत स्तर पर शाला त्यागी बालक बालिकाओं को स्कूल से जोडे जाने पर एवं गोद लेने की वैधानिक प्रक्रिया, दत्तक ग्रहण नियम 2017,बाल श्रम अधिनियम पर चर्चा कर जानकारी दिया गया।
साथ ही ग्राम पंचायत समिति से अनुरोध किया गया कि प्रत्येक माह में बैठक आहूत किया जाए और इन सभी मुददों पर चर्चा कर ग्राम पंचायत बाल सुलभ पंचायत बनाया जा सके। जिसमें सभी बालक बालिकाओं को स्कूल से जोडा जा सके और ग्राम पंचायत का वातावरण ऐसा हो जो कि हिंसामुक्त वातावरण हो। की जानकारी शिविर का आयोजन कर दिया जा रहा हैं।
जिससे की ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों एवं ग्राम वासियों को कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी हों और जब हमारे आस-पास एवं स्वयं के साथ कुछ भी ऐसी अनहोनी घटना घटित होती हैं तो तत्काल उसकी जानकारी बिना किसी दबाव एवं भयमुक्त होकर सूचना थाना में दिया जा सके। इसके साथ ही साथ ग्राम पंचायतों में कुपोषण एवं एनीमिया मुक्ति हेतु संचालित कार्यक्रम बीजापुर सुपोषण मिशन अंतर्गत दी जाने वाली अतिरिक्त पौष्टिक आहार के बारे में भी बताया जा रहा है ।
ताकि आंगनबाडी के माध्यम से अधिकाधिक हितग्राही लाभांवित हो सके और जागरूकता संबंधी प्रचार प्रसार बडें। उक्त शिविर में संरक्षण अधिकारी श्री नवीन मिश्रा, विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी सुश्री आनंदमई, परामर्शदाता सुश्री नगीना , श्री राजकुमार निषाद, श्रीमती सत्या लाटकर, सेक्टर पर्यवेक्षक श्रीमती अंजना खरे, श्रीमती राधा कर्मवीर, महिला संरक्षण अधिकारी श्रीमती शीला भारद्वाज, प्रभारी केन्द्र प्रशासक श्रीमती सुनीता तामडी उपस्थित रहे।