छत्तीसगढ़ के मुस्लिम समाज के एक डेलीगेशन ने राज्यपाल बिस्वाभूसन हरिचंदन से मुलाकात के दौरान उन्हें मार्च से शुरू हो रहे रमजान पर इफ्तार की दावत दी
छत्तीसगढ़ मुस्लिम समाज ने राज्यपाल से मुलाकात कर राज्य में अल्पसंख्याक समुदाय पर बढ़ते उत्पीड़न से अवगत कराया |
आज छत्तीसगढ़ के मुस्लिम समाज के एक डेलीगेशन ने माननीय राज्यपाल बिस्वाभूसन हरिचंदन जी से मुलाकात किया मुलाकात के दौरान चर्चा में उन्हें आने वाले रमज़ान में साथ में इफ्तार की दावत दी और उन्होंने राज्य में होने वाली घटनाओ के बारे में बात की।
एक ज्ञापन से मुस्लिम समाज ने राज्यपाल महोदय जी को बताया की छत्तीसगढ़ एक शांत प्रदेश है, यहां पर विभिन्न धर्म, जाति एवं भिन्न भिन्न प्रांतो से आये हुए लोग बरसो से आपस में सौहर्द पूर्ण वातावरण में रहते आये है।
छत्तीसगढ़ में मुस्लिम आबादी लगभग 3 प्रतिशत है जो मुख्यतः बड़े शहरो कस्बों और गांव में निवासरत है।
राजधानी रायपुर में 55 कि.मी. दूर तिल्दा के औद्योगिक नगरी में थाने के सामने पिछले 23.01.2024 को पुलिस की उपस्थिति में, मदरसे में पढ़ाने वाले धर्म गुरू मौलाना अजगर अली के साथ कतिपय असामाजिक तत्वो द्वारा मारपीट किया गया और मौलाना को ही जेल भेज दिया गया।
इसी प्रकार ग्राम भोथीडडीह, जिला धमतरी जो कि राजधानी से लगभग 70 किलोमीटर है वहां स्थित मदरसा में धमतरी, कुरूद एवं अन्य स्थानों से हिन्दु संगठन द्वारा सुनियोजित ढंग से उपस्थित होकर तोड़फोड़ की गई एवं बगल मकान में भी तोडफोड की गई है।
इसी प्रकार तीसरी घटना कवर्धा में कब्रिस्तान की बाउंड्रीवाल नगर पालिका परिषद कवर्धा द्वारा बनवाया गया था जिसकी निर्माण नगर पालिका कवर्धा ने किया था जिसे धर्म विशेष को टारगेट करते हुए तोड़ दिया गया।
यहाँ यह उल्लेखनीय उक्त निर्माण कार्य जिस CMO द्वारा स्वीकृत किया गया था, वही CMO एन. के. वर्मा वर्तामान में भी CMO के रूप में पदस्थ है तथा उसके बाद भी अवैध निर्माण बतलाकर तोड़ दिया गया।
कवर्धा में दिनांक 23.12.2023 को साधुराम नामक व्यक्ति की हत्या हुई जिसमें मोबाईल टावर लोकेशन के आधार पर पुलिस अधीक्षक कवर्धा द्वारा 5 युवक को गिरफ्तार करना बताया गया और स्पष्टीकरण मांगे जाने पर गोल मोल बात की गई। हत्या का मोटीव पूछे जाने पर देर रात में ही संदेह की स्थिति में जेल खुलवाकर रिमाण्ड लेकर देर रात जेल में दाखिल कराया गया, संदेहास्पद गिरफ्तारी के विरुद्ध सी. बी. आई. की जांच की मांग सर्वसमाज द्वारा दिनांक 02.02.2024 को की गई।
इसके पश्चात इस मामले को लेकर दिनांक 14.02.2024 को कवर्धा बंद किया गया था विभिन्न हिन्दु संगठनो के दबाव में आकर आरोपीगण के विरूद्ध एवं पुलिस अधीक्षक कवर्धा द्वारा व्यक्तिगत लाभ प्राप्त करने के लिए दिनांक 18.02.2024 UAPA को लगाया गया है।
समाज ने निवेदन किया की अल्पसंख्याक मुस्लिम समाज के लोगों को भयमुक्त सुरक्षा प्रदान करते हुए कथित घटना का समग्र जांच कराते हुए कानून व्यवस्था को अपनेहाथ में लेकर बुल्डोजर के माध्यम से मकान को तोड़े जाने में संलिप्त अधिकारी / व्यक्ति के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही किये जाने की महती कृपा करें। साथ ही जो मस्जिदें छत्तीसगढ़ के छोटे-छोटे गांव में स्थित है उनकी सुरक्षा की प्रर्याप्त व्यवस्था हेतु निर्देशित करने की कृपा करें।
राज्यपाल महोदय जी ने सारी घटनाओ को संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही कराने का वादा किया।
समाज के डेलिगेशन में, सैय्यद अकील, नौमान अकरम हामिद, शाहिद अली, सै. सादिक अली और अन्य साथी मौजूद थे।