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को-वैक्सीन का इस्तेमाल न करने का निर्णय लेकर स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ के लाखों लोगों की जान बचा ली है : विकास उपाध्याय
रायपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने को-वैक्सीन का छत्तीसगढ़ में इस्तेमाल न किए जाने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने को-वैक्सीन का छत्तीसगढ़ में इस्तेमाल न किए जाने का निर्णय लेकर अदृश्य उस खतरे से छत्तीसगढ़ के लोगों को बचा लिया है, जो भविष्य के गर्त में छुपा हुआ था।
विकास उपाध्याय ने याद दिलाया कि सबसे पहले वे ही थे, जो इस बात का विरोध कर भाजपा के वैक्सीन राष्ट्रवाद को लेकर सवाल खड़ा किया था। उन्होंने कहा, भारत ने तीसरे चरण के ट्रायल की समीक्षा किए बिना को-वैक्सीन के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। यही वजह है कि विश्व का कोई भी देश को-वैक्सीन को लेने मुफ्त में भी मना कर रहा है।
विकास उपाध्याय ने स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के समर्थन में दिया बड़ा बयान
विकास उपाध्याय ने आज एक बयान जारी कर स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के समर्थन में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने को-वैक्सीन का छत्तीसगढ़ में इस्तेमाल न किए जाने की अनुमति देकर छ.ग. के लाखों उन लोगों की जान बचा ली है, जो अदृश्य रूप से भविष्य के गर्त में छुपा हुआ है।
विकास उपाध्याय ने साफ शब्दों में कहा, भारतीय जनता पार्टी वैक्सीन राष्ट्रवाद के नाम पर देश के लोगों को खतरे में डाल रही है। जबकि वैक्सीन की विश्वसनियता बनाए रखने पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जानी थी। बावजूद छ.ग. के तमाम भाजपा नेता जिस तरह से को-वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार को खुश करने बयानबाजी कर रहे हैं। इससे साफ जाहिर है कि उन्हें छ.ग. के लोगों की चिन्ता नहीं, बल्कि मोदी को खुश करने में ज्यादा रूचि है।
विकास उपाध्याय ने याद दिलाया कि उन्होंने जनवरी प्रथम सप्ताह में ही जब वैक्सीन का इस्तेमाल होने शुरू नहीं हुआ था, इस बात को लेकर सवाल उठाया था कि को-वैक्सीन को लेकर भारत में तीसरे चरण के ट्रायल की समीक्षा हुई ही नहीं है, ऐसे में इसे इस्तेमाल करने की अनुमति कैसे दी जा सकती है। विकास उपाध्याय ने मोदी सरकार पर फिर से एक बार आरोप लगाते हुए कहा, वह राष्ट्रवाद के नाम पर देश को खतरे में डाल रही है।
उन्होंने बताया तीसरे चरण के ट्रायल में बड़ी संख्या में लोगों पर उस दवा को टेस्ट किया जाता है और फिर उससे आए परिणामों पर पता लगाया जाता है कि वो दवा कितने प्रतिशत लोगों पर असर कर रही है।
ऐसे में जब यह प्रक्रिया पूर्ण हुई ही नहीं है, का इस्तेमाल किया जाना निहायत ही अनुचित होगा और छ.ग. में स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने जो दूरगामी पड़ने वाली विपरीत प्रभाव को लेकर पूरी सक्षमता के साथ को-वैक्सीन के इस्तेमाल नहीं करने को लेकर डटे हुए हैं। निश्चित तौर पर छ.ग. के लोगों के साथ न्याय कर रहे हैं।