मोतीलाल वोरा ने दिल्ली के निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस
रायपुर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का आज निधन हो गया। वे बीते दिनों सपत्नीक कोरोना संक्रमित हो गए थे। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद दोनों को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था।
उन्होंने कल ही अपना 93वां जन्मदिन मनाया था। दो दिन पहले ही उन्हें दिल्ली के एक निजी अस्पताल में स्वास्थ्य संबंधी समस्या के चलते भर्ती कराया गया था। जहां आज उनका निधन हो गया।
मोतीलाल वोरा लंबे समय तक कांग्रेस कोषाध्यक्ष रहे। वे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और उत्तरप्रदेश के राज्यपाल रह चुके हैं। मोतीलाल वोरा का जन्म 20 दिसंबर 1928 को राजस्थान के नागौर में पड़ने वाले निंबी जोधा में हुआ था।
कालांतर में उनका परिवार मध्यप्रदेश आ गया। इसके बाद मोतीलाल वोरा की पढ़ाई रायपुर और कोलकाता में हुई है। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे पत्रकारिता में आ गए थे, लेकिन इस पेशे में वे ज्यादा दिन नहीं टिक पाए और उन्होंने राजनीति में आना ठीक नहीं समझा।
मोतीलाल प्रजा समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए और 1968 में दुर्ग से पार्षद चुनाव लड़े। उनकी पार्षदी सही चल रही थी, क्षेत्र में एक्टिव भी थे।
इसी दौरान साल 1972 में विधानसभा चुनाव होना था और कांग्रेस पार्टी को उस दौर में दुर्ग से एक नए चेहरे की तलाश थी। फिर किसी ने मोतीला वोरा का नाम सुझाया। मुख्यमंत्री पूर्व डीपी मिश्र ने खुद उन्हें बुलावा भेजा। मोतीलाल वोरा भी हवा का रूख भांप गए और उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। उन्होंने कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ा और जीत भी गए।
💥 श्रद्धांजलि💥
एक लम्बे समय तक छत्तीसगढ़ का नाम राष्ट्रीय पटल पर प्रज्वलित करने वाले मोतीलाल वोरा जिनको बाबू जी के नाम पर हम पुकारा करते थे आज वो हमारे बीच नहीं रहे। जो अपना सारा जीवन पार्टी के लिए न्योछावर कर दिए ऐसे महान व्यक्ति की कमी न ही कांग्रेस पार्टी में कभी भरी जा सकती है न ही छत्तीसगढ़ की धरती में कोई और पैदा हो सकता है
मैं उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके परिवार को संबल प्रदान करे।
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