नई दिल्ली कोरोना गया नहीं, बर्ड फ्लू का संकट बड़ा होता जा रहा है। देश में अब तक 7 राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। नया राज्य उत्तर प्रदेश है, जहां कानपुर के चिड़ियाघर में मरे पक्षियों के सैंपल पॉजिटव आने से लखनऊ तक हड़कंप है।
इससे पहले मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और केरल में बर्ड फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं।
यूपी में बर्ड फ्लू की एंट्री कानपुर से हुई, जहां चिड़ियाघर में चार मरे पक्षियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद चिड़ियाघर को सील कर दिया गया। कानपुर चिड़ियाघर में दो दिनों में 10 पक्षी मरे मिले। अब उस बाड़े के सभी पक्षियों को मारने के आदेश दिए गए हैं। कानपुर प्रशासन ने पूरे इलाके को रेड जोन घोषित कर दिया, जहां लोगों के आने पर भी मनाही है।
कानपुर का असर राजधानी लखनऊ में भी दिख रहा है,
यहां सबसे ज्यादा चिंता लखनऊ चिड़ियाघर को लेकर है। बर्ड फ्लू के बढ़ते दायरे के बाद नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान अलर्ट पर है। चिड़ियाघर में सभी पक्षियों के बाड़े को सैनिटाइज किया जा रहा है। अंदर बाहर चूना छिड़का जा रहा। इतना ही नहीं पक्षियों के खाने में खास सावधानी बरती जा रही। एहतियातन खाने में विटामिन और मिनरल की मात्रा बढ़ा दी गई।
मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू की पुष्टि वाले जिलों की फेहरिस्त बढ़ती जा रही है। मंदसौर और नीमच में भी वायरस कन्फर्म हुआ है, लेकिन सरकार तमाम ऐहतियाती उपाय कर रही है। इंदौर के एक पॉल्ट्री फॉर्म में साढ़े चार सौ मुर्गियों को मार दिया गया है। अब तक राज्य के 9 जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। इनमें इंदौर, मंदसौर, आगर-मालवा, नीमच, देवास, उज्जैन, खांडवा, खरगौन और गुना जिले शामिल हैं।
पक्षियों की मौत की पहली खबर 25 दिसंबर को पहली बार राजस्थान के झालावाड़ से आई थी।
अब राजस्थान के 11 जिले बर्ड फ्लू की चपेट में है। इनमें सवाई माधोपुर, पाली, दौसा और जैसलमेर भी शामिल है। सवाई माधोपुर में मरे कौओं में बर्ड फ्लू का एच 5 स्ट्रेन मिला। जिले में अब तक 70 परिंदों की मौत हो चुकी है, जिनमें कौओं सहित मोर, कमेडी भी शामिल है। सवाई माधोपुर में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने से रणथंभौर वन प्रशासन अलर्ट है।