बंगाली वेशभूषा और असमिया गमछे में दिखे मोदी, पुडुचेरी की नर्स ने लगाया टीका
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में कोरोना वायरस का टीका लगवाया है। उन्होंने कोवैक्सीन की पहली डोज ली। वे खुद सुबह-सुबह एम्स अस्पताल पहुंचे और कोरोना का टीका लगवाया। उन्होंने लोगों से कोरोना का टीका लगाने और भारत को कोविड-19 से मुक्त कराने के लिए साथ आने आने की अपील की है। टीका लगवाकर उन्होंने सभी चुनावी राज्यों को संदेश देने की कोशिश की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को सुबह-सुबह एम्स अस्पताल पहुंचे अस्पताल जाने के लिए उन्होंने कोई तय रूट फॉलो नहीं किया जिससे लोगों को उनके काफिले के कारण किसी तरह की परेशानी न हो। उन्हें पुडुचेरी की नर्स पी निवेदा ने कोरोना का टीका लगवाया। इस दौरान प्रधानमंत्री के पीछे केरल की नर्स खड़ी थी। उन्होंने गले में असम का गमछा डाला हुआ था तो उनकी वेशभूषा पश्चिम बंगाल की थी।
प्रधानमंत्री ने लोगों से की ये अपील
वैक्सीन लगवाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा, `मैंने एम्स में कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ली, यह प्रशंसनीय है कि कैसे हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए त्वरित समय में काम किया है। मैं उन सभी से अपील करता हूं, जो वैक्सीन लेने के योग्य हैं, साथ आएं, हम मिलकर भारत को कोरोना मुक्त बनाएंगे।`
विपक्ष के सवालों का दिया जवाब
विपक्ष ने भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन को आपात मंजूरी दिए जाने पर सवाल खड़े किए थे। विपक्ष का कहना था कि कोवैक्सीन को फेज-3 के ट्रायल के बिना ही आपात मंजूरी प्रदान की गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को इसका टीका लगवाने को कहा था जिससे इसकी सुरक्षा को लेकर भ्रम दूर हों। इसके अलावा जब मांग उठी थी कि सांसदों-विधायकों को पहले टीका लगाया जाए तो प्रधानमंत्री मोदी ने दो टूक कहा था कि कोई कतार न तोड़े। वहीं आज बारी आने पर उन्होंने सबसे पहले टीका लगवाया, वो भी भारत बायोटेक का जिसकी विश्वसनीयता पर खड़े संकट को उन्होंने दूर करने का प्रयास किया है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने की तारीफ
शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना टीका लगाने की तारीफ की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, `यह सुनकर अच्छा लगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोवैक्सीन लगवाई है। इससे वैक्सीन को लेकर फैले संदेह को दूर करने में मदद मिलेगी और जिन लोगों में इसे लेकर हिचकिचाहट है अब वो उनके दिमाग से निकल जाएगी। अधिक लोगों का टीकाकरण करने का महत्वपूर्ण चरण आज से शुरू हुआ है। मैं भारत के सुरक्षित रहने के लिए प्रार्थना करती हूं।`
गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को दिखाना होगा प्रमाणपत्र
भारत सरकार ने शनिवार को बीमारियों की सूची जारी कर दी है। इसमें हृदय प्रत्यारोपण, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, किडनी की बीमारी, किडनी फेल के मरीज, जिन मरीजों का डायलिसिस चल रहा है, लिवर सिरोसिस, श्वास संबंधी रोगी, लिम्फोमा कैंसर पीड़ित, प्लास्टिक एनिमिया, थैलेसीमिया, एचआईवी, मस्कुलर डिस्ट्राफी और एसिड अटैक के गंभीर मरीजों को शामिल किया गया है। इन बीमारियों से पीड़ित 45 से 60 साल मरीज मेडिकल सर्टिफिकेट सर्टिफिकेट दिखाकर वैक्सीन लगवा सकते हैं।