थायरॉइड ग्रंथि से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी : डॉ रुबीना अंसारी
थायरॉइड हमारे गले में एक ग्रंथि है जो हार्मोन बनाती है यह हमारे पाचन क्रिया और शरीर के विकास को प्रभावित करते हैं।
यदि थायरॉइड हार्मोन ज्यादा बनने लगे (हाइपर थायरॉइड) तो पाचन क्रिया तेज हो जायेगी, भूख ज्यादा लगने लगेगी, खाना खाने पर भी वजन तेजी से कम होता जायेगा, हाथ पैर में कपकपी, गर्मी ज्यादा लगना, पसीना अधिक आना जैसे लक्षण दिखाई देंगे।
यदि थायराइड हार्मोन कम बनने लगे (हाइपो थायराइड) तो पाचन क्रिया सुस्त हो जाएगी, कब्ज होगा, वजन बढ़ने लगेगा, ठंड ज्यादा लगेगी, सुस्ती और नींद ज्यादा आएगी, इसके अलावा महिलाओं में अनियमित महावारी की समस्या, कमजोरी, मांसपेशियों में दर्द, चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन, आदि लक्षण भी दिखाई देते हैं ।
कारण
दरअसल थायराइड ग्रंथि से हार्मोन का सही मात्रा में इस राव को इसके नियंत्रण का केंद्र दिमाग के एक हिस्से में होता है इसी वजह से दिमागी काम ज्यादा करने वाले लोगों में या तनावग्रस्त वातावरण में रहने वाले महिलाओं और पुरुषों में यह समस्या अधिक देखी जाती है ।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में दिमागी सुकून की कमी के कारण यह समस्या आम हो चुकी है इसके अलावा खाने में आयोडीन की कमी से हाइपो तथा अधिक मात्रा से भी हाइपर थायराइड होता है।
निवारण
थोड़ी सी सूझबूझ से इस समस्या से आसानी से निपटा जा सकता है।
पहला यदि शरीर में आयोडीन की कमी है तो आयोडीन युक्त नमक का सेवन करें इसके अलावा दूध, काजू, बादाम, मछली, फल और सब्जियां हाइपो थायराइड में लाते हैं।
यदि शरीर में आयोडीन की कमी नहीं है तो आयोडीन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए इसकी जगह सेंधा नमक उपयोग करें फूल गोभी, पत्ता गोभी, मूंगफली, सोयाबीन या सोया मिल्क थायराइड के मरीज को नहीं लेना चाहिए।इसके अलावा तनाव मुक्त रहने का प्रयास करें ध्यान एवं प्रार्थना से जुड़े क्योंकि इससे असीम शांति प्राप्त होती है सुबह की सैर योगा समय पर खाना एवं भरपूर नींद लें
एक बार थायराइड की दवाई लेना शुरू किया गया है तोऐसा नहीं है की हमेशा लेनी पड़े आप पूरा प्रयास करे इसे कम से कम मात्रा में लेना पड़े और जितना जल्दी हो सके इसे छुड़ाने की कोशिश करें।बहुत सारे मरीजों ने थायराइड पर विजय हासिल की है, आप भी कर सकते हैं अपनी बीमारी के कारण को स्वयं पहचान कर उसे दूर करें अपनी बीमारी किसी आयुर्वेद यूनानी होम्योपैथिक चिकित्सा की सलाह अवश्य लें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।