वाशिंगटन| अमेरिकी अंतरिक्ष कार्यक्रमों से जुड़ी एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने 25 जनवरी 2018 को ग्लोबल स्केल ऑब्जव्रेशंस ऑफ द लिंग एंड डिस्क अर्थात गोल्ड मिशन लांच किया है। इस मिशन का मकसद अंतरिक्ष में पृथ्वी की सरहद जानने का प्रयास करना है। अमेरिकी अंतरिक्ष …
Read More »भारी पड़ सकता है फर्जी खबरें फैलाना : अध्ययन
टोरंटो| प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाना और झूठी कहानियां गढ़ना आपके लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है, अगर आप इस कृत्य में पकड़े जाते हैं तो। शोधकर्ताओं ने इस बात का खुलासा किया है। जर्नल ऑफ बिजनेस एथिक्स में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि कंपनियां जो अपने …
Read More »रियल एस्टेट आ सकता है जीएसटी के अधीन : विशेषज्ञ
मुंबई| संपत्ति के लेनदेन में पारदर्शिता लाने के लिए जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) परिषद आगामी एक अप्रैल से रियल एस्टेट क्षेत्र को एकीकृत अप्रत्यक्ष कर शासन जीएसटी के दायरे में ला सकती है। एक विशेषज्ञ ने यह जानकारी दी है। सीबीईसी (केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड) के पूर्व-सदस्य …
Read More »सिर्फ रेस फिनिश करने का नाम नहीं है मैराथन
रायपुर/मुम्बई (स्मार्ट सिटी)। टाटा मुम्बई मैराथन सिर्फ रेस फिनिश करने का नाम नहीं है। यह अब एक ऐसा माध्यम बन गया है, जो समाज में बदलाव लाने के हकीकत को साकार कर रहा है। यही कारण है कि टाटा मुम्बई मैराथन-2018 ने चैरिटी के पिछले सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। …
Read More »पहली दफा थाने में किसी मंत्री को रोते देखा!
उस दिन पासपोर्ट के वेरिफिकेशन के लिए थाने पहुँचा। लेकिन जिस सिपाही को यह काम करना था वो जरूरी काम से थाना प्रभारी के साथ मीटिंग का हिस्सा बने बैठे थे। मतलब मौके पर मौजूद नहीं थे। इस बीच मैं इंतेज़ार रहा था कि एक दूसरा सिपाही बड़े ही …
Read More »घर बैठे फैशनेबल खरीदारी का मौका
रायपुर स्मार्ट सिटी। लिली चौक पुरानी बस्ती रायपुर निवासी एक दंपती ने महिलाओं के लिए आकर्षक और उनकी बजट में बेहतर डिज़ाइन के इमीटेशन ज्वेलरी की श्रृंखला जारी की है। खास बात यह है कि श्रीमती संगीता गुप्ता घर पर खाली समय में सोशल मीडिया के जरिये पूरे देश …
Read More »दुनिया और पत्नी के ताने में फर्क होता है…
हरिराम आज सुबह-सुबह जल्दी उठ गया था…पत्नी चिंताबाई ने कहा था पीटीएम के लिए जाना है…हरिराम अपने स्कूल के वक्त को याद करता हुआ पत्नी से कह रहा था ये सब चोचले हमारे समय में तो नहीं होते थे…चिंता बाई ने घूरते हुए देखा और कहा- इसीलिए तो पत्रकार हो, …
Read More »जेब में पारले-जी बिस्कुट लेकर दफ्तर जाना
रिपोर्टर हरिराम ऑफिस से निकला। बेसमेंट में संपादक की कार के पास खड़ा हो गया। इधर-उधर सीसीटीवी कैमरे की नज़र से बचकर यहां तक आया। जेब से कील निकाली और संपादक तोपचंद की कार में खरौंचे मारने लगा। अब आप अंदाजा लगाइए कि कितना ज्यादा भरा पड़ा बैठा था हरिराम। …
Read More »एक ही फंडा था- बने रहो पगला, काम करेगा अगला…।
सुबह के साढ़े दस बज चुके थे। पत्रकार हरिराम अपनी उस रजाई के अंदर ठंड से नूराकुश्ती कर रहा था, जिसमें या तो सिर आ सकता था या फिर पैर। पत्नी चिंताबाई कबसे उससे कह रही थी, कि नई रजाई ले लीजिए। हरिराम ने वादा किया था इंक्रीमेंट के बाद …
Read More »कमजोरी को ताकत बनाती अपनी खुशी…
ख़ुद से ख़ुद के लिये करो ज़िद …” ये कहना है मुंबई की खुशी का। जो शारीरिक रूप से तो जरूर सामान्य लोगों से कमजोर है, लेकिन इनके हौसले विशाल पर्वत की तरह अडिग और मजबूत है। पर यह शुरू से ऐसी नहीं थी, दिव्यांगता के कारण इनका बचपन कष्ट में …
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