Umrah पर गए जायरीन बोले- अल्लाह के करम से और World Tour & Travels के जरिए सफर आसान रहा…
इस्लाम में पाँच फर्ज कलमा, नमाज, जकात, रोजा और हज या उमराह Umrah करना भी शामिल है।
हज साल के एक तय इस्लामी तारीख पर पूरी की जाती है।
जबकि उमराह साल में कभी भी किया जा सकता है।
उमराह Umrah का मतलब ज़ियारत के हैं, और अहराम बाँध कर सफा और मरवा की सई को उमराह कहते है।
उमराह को हज-असगर भी कहते है,
अगर उमराह Umrah करने में कोई शख्स कादिर है तो
पूरी उम्र में एक बार उमराह Umrah करना सुन्नते-मुकदा है।
अल्लाह के करम से और World Tour & Travels का साथ जायरीन की मुश्किलों को और भी आसान कर देता है।
ये उनका कहना है जो इस बार उमराह Umrah करने world tour & Travels के साथ गए हैं।
आगे हम video में देखेंगे कि किस तरह उमराह के सफर पर जाने वाले खूशनसीबों ने अपनी खुशी जाहिर की है।
उन्होंने बताया कि किस तरह world tour & Travels के सदस्यों ने कदम-कदम पर जरूरी जानकारियों के साथ ही उनकी जरूरत पर साथ खड़े रहे है। और उनका ये सफर आसान कर दिया।
इस सफर पर गए जायरीनों में कई छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से हैं, जिन्हें Umrah के सफर कि शुरुआत से लेकर वापस आने तक world tour & Travels के सदस्य कदम कदम पर उनके साथ खड़े रहे।
इतना ही नहीं मक्का मदीना में खाने पीने कि सहूलियतों से के साथ ही रुकने और ठहरने के व्यवस्था बेहतर रही।
उमराह के बारे में
उमराह मक्का, हिजाज, सऊदी अरब के लिए इस्लामी तीर्थयात्रा है, जो मुसलमानों द्वारा किया जाता है जिसे वर्ष के किसी भी समय हज के विपरीत किया जा सकता है, जिसमें इस्लामी चंद्र कैलेंडर के मुताबिक़ विशिष्ट तिथियां हैं। अरबी में, ‘उमरा का अर्थ है “एक आबादी वाले स्थान पर जाना।”
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