यह एक वायरल बुखार है जो मच्छर से फैलता है! मतलब यह कि डेंगू वायरस से संक्रमित व्यक्ति को जब एडिस मच्छर काटता है तो वायरस मच्छर के पेट में चला जाता है और यही मच्छर जब स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वह व्यक्ति भी संक्रमित हो जाता है!
- डेंगू मच्छर से फैलता है; श्वास से,छूने से या और किसी माध्यम से नहीं
- डेंगू का मच्छर दिन में ज़्यादा एक्टिव रहता है इसलिए दिन में काटने कि सम्भावना ज़्यादा है परन्तु रात में भी काट सकता है!
- डेंगू का मच्छर साफ पानी में भी पनप सकता है!
- एक बार डेंगू हो चुके व्यक्ति को दोबारा डेंगू हो सकता है!
लक्षण –
मच्छर काटने से 4-6 दिन बाद लक्षण शुरू होते हैं
- शुरू में 1-2 दिन सिरदर्द, बदन दर्द होता है
- उसके बाद तेज़ बुखार आता है जो प्रायः 5 से 7 दिन रहता हैं
- उल्टी मतली चक्कर आना
- ऑंखें घूमाने पर आँखों के पीछे दर्द होना
- त्वचा पर चकत्ते या खून के छोटे छोटे धब्बे
- मसूड़ों या आंतों से खून आना गंभीर हो सकता है
बचाव के उपाय –
- जहाँ मरीज़ होने या महामारी कि सम्भावना हो वहां ना जाएँ
- मच्छर को पनपने ना दें – फूलदान, गमले, कूलर, बेकार खिलौने, जानवरों के खाने के बर्तन,टायर,गड्ढे में पानी ना रुकने दें
- मच्छर के काटने से बचें – पूरी बांह के कपड़े पहनना, मच्छरदानी, घर के दरवाज़े खिड़कियों में जाली, मच्छर अगरबत्ती आदि का प्रयोग! शरीर के खुले हुए हिस्से में रोगन नीम, रोगन कमेला लगाएं
इलाज –
- मरीज़ को पूरा आराम करना चाहिए
- पानी कि कमी ना होने दें, ओ आर एस का घोल, फलों के रस, शरबते अनार दें
- लिवर को सुरक्षित रखने कि दवाएं जैसे माजून दबीदुलवर्द दें, अर्क कासनी
- इम्युनिटी बढ़ाने वाली दवाएं जैसे खामीरा मरवारीद
- उल्टी मतली में जवारिश आमला, जवारिश अनार
- बुखार के लिए हब्बे बुखार, सत गिलोय आदि
- इनमें से कोई भी दवा यूनानी चिकित्सक कि सलाह के बिना ना लें
नोट –
घबरायें नहीं! अन्य वायरल बुखार कि तरह डेंगू बुखार भी 7-10 दिन में ठीक हो जाता है, जबकि कमज़ोरी 1 माह तक रह सकती है! केवल सावधानी और उचित इलाज से ही अधिक नुकसान से बचा जा सकता है!
डॉ रुबीना अंसारी
यूनानी चिकित्सा अधिकारी