केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद शुरू करेंगे ई-इपिक कार्यक्रम
नई दिल्ली कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से केंद्र सरकार ने ज्यादातर विभागों में कामकाज को ऑनलाइन कर दिया है। इससे लोगों को कई सहूलियतें मिल रही हैं। इसी बीच केंद्र सरकार द्वारा आज से मतदाता कार्ड को भी ऑनलाइन कर दिया जाएगा।
केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद मतदाता अपना निर्वाचन कार्ड किसी भी वक्त ऑनलाइन डाउनलोड कर सकेंगे। और जरूरत पड़ने पर डिजिटल संस्करण से काम चला सकेंगे।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद आज यानि कि 25 जनवरी को मतदाता पहचान पत्र का इलेक्ट्रॉनिक संस्करण लॉन्च करेंगे। जिसके बाद वोटर आईडी कार्ड का ई-वर्जन मोबाइल फोन या पर्सनल कंप्यूटर पर डाउनलोड किया जा सकेगा।
वहीं, इसको लेकर चुनाव आयोग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक संस्करण पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा। इसमें किसी तरह से छेड़छाड़ नहीं किया जा सकेगा। ऐप को सुरक्षा के सभी मानकों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। साथ ही मतदाता पहचान पत्र को इलेक्ट्रॉनिक संस्करणों में सुरक्षित कर रख जा सकेगा। इसके अलावा इसका किसी भी वक्त प्रिंट भी निकाला जा सकेगा।
अभी तक आधार कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस ही डिजिटल फॉर्मेट में उपलब्ध थे। आपको बता दें यह फैसला चुनाव आयोग की वर्षगांठ को मनाने के लिए मतदाता कार्ड का ई-संस्करण लॉन्च किया जा रहा है।
भारत के गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले 25 जनवरी 1950 को चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी।
ई-इपिक के जरिये ऐसे बनेगा ई-वोटर आईडी कार्ड
ई-इपिक के इस्तेमाल के लिए लोगों को खास प्रक्रिया और कुछ नियमों का पालन करना होगा। जिसके लिए मतदाताओं को अपनी पूरी जानकरी का सत्यापन करना होगा। इसके लिए उन्हें मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी की भी जरूरत पड़ेगी।
जैसे ही मतदाता का मोबाइल नंबर चुनाव आयोग की मतदाता सूची में दर्ज होगा, वैसे ही ऐप के जरिये उसे ई-मेल और फोन पर एक संदेश मिलेगा। इसमें सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पासवर्ड के तौर पर ओटीपी की सुविधा रहेगी. इसमें दो क्यूआर कोड भी होंगे। जिसमें वोटर्स की पूरी जानकारी के अलावा इलाके की पूरी जानकारी होगी।