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5वी और 8वीं की परीक्षा होगी केंद्रीकृत, शिक्षा विभाग ने जारी किया निर्देश

सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में आयोजित होगा

रायपुर: छत्तीसगढ़ में पांचवीं और आठवीं की बोर्ड परीक्षा को खत्म करने के बाद कुछ वर्षों में विद्यार्थियों की शैक्षणिक गुणवत्ता पर असर पड़ा है।

इसी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने पांचवीं और आठवीं की केंद्रीकृत परीक्षा लेने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। यानी प्रत्येक शैक्षणिक सत्र में पांचवीं और आठवीं की नियमित परीक्षा ली जाएगी।

यदि विद्यार्थी वार्षिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण होता है तो उसे परीक्षा दिनांक के दो माह के भीतर पुन: परीक्षा का अवसर दिया जाएगा। राज्य सरकार विद्यालय को पांचवीं और आठवीं या दोनों कक्षाओं में रोकने (अनुत्तीर्ण करने) की अनुमति दे सकेगी।

किसी भी विद्यार्थी को प्रारंभिक शिक्षा पूर्ण होने तक विद्यालय से निष्कासित नहीं किया जाएगा। पांचवीं और आठवीं की 2024-25 में केंद्रीकृत परीक्षा सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में आयोजित होगी।

दरअसल केंद्र सरकार द्वारा निशुल्क व अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 को एक अप्रैल 2010 से लागू किया गया। इस अधिनियम के अंतर्गत छह से 14 आयु वर्ग के प्रत्येक बच्चे को निशुल्क व अनिवार्य शिक्षा दी जाती है।

किसी भी पहली से आठवीं कक्षा तक किसी भी बच्चे को अनुत्तीर्ण नहीं किया जाता है। इसी कारण प्रदेश में भी सत्र 2010-11 से ही पांचवीं और आठवीं की बोर्ड परीक्षा समाप्त कर दी गई थी।

इस तरह के होंगे नियम

पांचवीं और आठवीं की केंद्रीकृत परीक्षा जिला स्तर पर ली जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी गोपनीयता बनाए रखते हुए गुणवत्तायुक्त परीक्षा संपन्न कराएंगे।

केंद्रीकृत परीक्षा के लिए विद्यार्थी से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा

परीक्षा मार्च माह में आयोजित की जाएगी और परीक्षा की समय-सारणी संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी की जाएगी।

परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र विषय विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा पूर्ण गोपनीयता के साथ तैयार होगा। प्रश्न पत्र वितरण के बाद केंद्राध्यक्ष प्रश्न पत्र निकट के थाने में रखेंगे। प्रश्न पत्र रखने की प्रक्रिया बोर्ड परीक्षा के अनुरूप की जाए

प्रश्न पत्र के नमूनों से शिक्षकों को पूर्व से अवगत कराया जाए, ताकि विद्यार्थियों की तैयारी उसके अनुरूप कराया जा सके। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा प्रश्न का नमूना उपलब्ध कराया जाएगा।

परीक्षा के लिए अन्य विद्यालय से केंद्राध्यक्ष नियुक्त होंगे।

उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए अलग से केंद्रीय मूल्यांकन केंद्र बनाए जाएंगे। मूल्यांकन केंद्राधिकारी अपने संकुल व निकट के संकुल के शिक्षकों से मूल्यांकन कार्य संपन्न कराएंगे। मूल्यांकन कार्य कक्षा पांचवीं और आठवीं पढ़ाने वाले शिक्षकों से कराया जाएगा।

कक्षा चौथी व सातवीं की वार्षिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन अन्य विद्यालयों में कराया जाए, ताकि विद्यार्थियों की शैक्षणिक स्थिति के आधार पर आगामी शैक्षणिक सत्र में केंद्रीकृत परीक्षा की तैयारी सत्र प्रारंभ से ही कराई जा सके।

पांचवीं एवं आठवीं में किसी विषय में अनुत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थी की पूरक परीक्षा की पात्रता होगी। विद्यार्थी को उस कक्षा में रोका नहीं जाएगा, बल्कि अगली कक्षा अर्थात छठवीं और नवमीं में कक्षोन्नत किया जाएगा

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