Big news : भारतीय रेल ने बनाई दुनिया की पहली हास्पिटल ट्रेन
लाइफलाइन एक्सप्रेस : जाने इसके बारे में सबकुछ…
नई दिल्ली भारतीय रेलवे ने पिछले कुछ सालों में कई ऐतिहासिक कार्य किए हैं। भारतीय रेल अब कश्मीर की वादियों तक पहुंचने वाली है और पटरियों पर किसानों के लिए भी खास ट्रेन चल रही हैं।
क्या आप जानते हैं भारतीय रेलवे ने एक खास ट्रेन भी चला रखी है। खास बात ये है कि इस तरह की ट्रेन सिर्फ भारत में ही है और दुनियाभर में किसी भी देश के पास ऐसी ट्रेन नहीं है। जी हां, भारत ने ये खास ट्रेन बनाकर इतिहास रच दिया है और यह हर एक भारतीय के लिए गर्व की बात है।
दरअसल, भारतीय रेलवे ने दुनिया की पहली हॉस्पिटल ट्रेन बनाई है, जिसे एक तरह से चलता फिरता हॉस्पिटल कहा जा सकता है। यह पहियों पर बना एक तरह का मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल है। इस ट्रेन में एक हॉस्पिटल की तरह पूरी सुविधाएं हैं, जहां बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज करवाया जा सकता है।
भारत की अकेली और दुनिया की पहली हॉस्पिटल ट्रेन लाइफ एक्सप्रेस इस समय असम की बराक वैली के बदरपुर स्टेशन पर खड़ी है। भारतीय रेलवे ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस ट्रेन की तस्वीरों के साथ इसकी विशेषताओं की कुछ जानकारियां साझा की हैं।
यहां पर आपको इस `जीवन रेखा एक्सप्रेस` से जुडी हर खास बातें बताने जा रहे हैं, जो दुनिया में इस तरह का पहला और कामयाब प्रयोग रहा है। यह लाइफलाइन एक्सप्रेस भारतीय रेलवे और स्वास्थ्य मंत्रालय की साझेदारी में चलाई जाती है। इस ट्रेन में कुल सात कोच लगे हुए हैं।
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इस ट्रेन की शुरुआत अभी नहीं, बल्कि साल 1991 में यानी करीब 29 साल पहले ही हो गई थी। दुनिया की पहली हॉस्पिटल ट्रेन उन इलाकों तक भी जाती हैं, जहां अभी हेल्थ को लेकर खास व्यवस्था नहीं है। इससे देश के दूरदराज क्षेत्र के गरीबों को मुफ्त में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना संभव हुआ है।
दरअसल, यह 7 डिब्बों की ट्रेन है, जिसमें अत्याधुनिक तकनीकी उपकरण और चिकित्सकों की एक टीम होती है। लाइफलाइन एक्सप्रेस ने भारत के 19 राज्यों में यात्रा की है, जिसमें 138 जिलों के 201 ग्रामीण स्थानों में 12.32 लाख रोगियों को चिकित्सा प्रदान की गई है, जिनमें 1.46 लाख सर्जरी भी शामिल है। इस ट्रेन के माध्यम से कैंसर, मोतियाबिंद जैसे रोगों का भी इलाज किया गया है।
ट्रेन में सिर्फ परामर्श ही नहीं दिया जाता है, बल्कि इसमें 2 मॉर्डन ऑपरेशन थियेटर, 5 ऑपरेटिंग टेबल भी है। साथ ही आप तस्वीरों से अंदाजा लगा सकते हैं कि यह कितनी सुविधाओं से लैस है। इसके अलावा ट्रेन में मेडिकल स्टाफ रूम हैं और कई बीमारियों के इलाज के लिए खास सुविधाएं हैं।
यह ट्रेन भारत के अलग-अलग हिस्सों से गुजरती है। इसके बाद यह अपने शेड्यूल के हिसाब से अलग अलग स्टेशनों पर रुकती है और वहां के लोग इसमें अपना इलाज करवा पाते हैं। यह अलग अलग शहरों में जाती है और कई शहरों में यह ट्रेन कुछ दिनों के लिए रुकती है। इस दौरान यह सर्जरी, ऑपरेशन जैसे कई काम किए जाते हैं।
यह ट्रेन स्थानीय प्रशासन व गैर सरकारी संगठन के सहयोग से मरीजों का इलाज करती है। यह ट्रेन कुछ दिन के लिए रुकती है और वहां मरीजों का इलाज होता है। कई परिस्थितियों में पूरा इलाज नहीं हो पाता है तो मरीज को ट्रेन से नजदीकी बड़े अस्पताल में रैफर कर दिया जाता है।