इस वर्ष छत्तीसगढ़ से हज यात्रा पर जाने वाले ज़ियारीनों की संख्या 631 है। पवित्र हज यात्रा की तैयारियां पूरे ज़ोरों पर चल रही हैं। यात्रा पर निकलने से पहले सभी जियारीनों (हज यात्रियों) को आवश्यक टीकाकरण करवाना अनिवार्य है।
पिछले साल यह टीकाकरण प्रदेश के विभिन्न शहरों में आयोजित किया गया था, लेकिन इस बार यह विशेष शिविर केवल राजधानी रायपुर में ही लगाया जा रहा है। विभिन्न जिलों से यात्री रायपुर पहुंचेंगे, जहां जेल रोड स्थित होटल बेबीलोन इन में तीन दिनों तक टीकाकरण की प्रक्रिया चलेगी।
सऊदी अरब का मौसम भारत की तुलना में काफी गर्म रहता है। ऐसे में भारतीय हज यात्रियों को वहां के मौसम के अनुकूल होने में कुछ कठिनाई आ सकती है। इस परेशानी से बचने के लिए विशेष प्रकार का टीकाकरण किया जाता है, जो उन्हें वहां के वातावरण में समायोजित होने में मदद करता है।
टीकाकरण शिविर के पहले दिन, यानी 14 मई 2025 को, 14 जिलों के कुल 248 हज यात्रियों का टीकाकरण किया जाएगा।
इन जिलों में दुर्ग, बेमेतरा, बालोद, राजनांदगांव, कबीरधाम, खैरागढ़, गंडई, बस्तर, कोंडागांव, बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा और कांकेर शामिल हैं। इन सभी जिलों के यात्रियों को निर्धारित तिथि पर रायपुर पहुंचकर अपना टीकाकरण करवाना होगा।
टीकाकरण के दूसरे दिन, 15 मई को, 13 अन्य जिलों के 249 हज यात्री टीकाकरण करवाएंगे।
इस दिन सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर, जशपुर, रायपुर, धमतरी, बलौदा बाजार, महासमुन्द और गरियाबंद जिलों के यात्री शामिल हैं।
टीकाकरण शिविर के अंतिम दिन, 16 मई को, बिलासपुर संभाग के 8 जिलों के 134 हज यात्रियों का टीकाकरण किया जाएगा।
इन जिलों में बिलासपुर, गौरेला पेन्ड्रा मरवाही, कोरबा, जांजगीर चांपा, रायगढ़, मुंगेली और सक्ती शामिल हैं। इसी दिन बिलासपुर संभाग के हज पर जाने वाले यात्रियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें उन्हें यात्रा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएंगी।
हज कमेटी के माध्यम से यात्रा करने पर अनुमानित खर्च 3.5 से 4 लाख रुपये तक आएगा, जबकि निजी तौर पर यह खर्च लगभग पांच लाख रुपये तक हो सकता है।