निजी स्कूल संचालकों के दबाव में लिया गया स्कूल खोलने का फैसला : पैरेंट्स एसोसिएशन
रायपुर राज्य सरकार ने 15 फरवरी से 9वीं से 12वीं तक स्कूल खोलने का फैसला लिया है, जिसका चौतरफा विरोध हो रहा है। पहले बच्चों के परिजनों ने विरोध जताया और अब छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसिएशन ने भी विरोध जताते हुए निजी स्कूल संचालकों के दबाव में आकर फैसला लेने का आरोप लगाया है। वहीं छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने प्रदेश में स्कूल खोलने के निर्णय का कैबिनेट को धन्यवाद दिया है।
पैरेंट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल ने कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों को कोरोना रोकथाम के लिए कोरेंटाइन सेंटर बनाया गया था।
स्कूल सेनेटाइज भी नहीं हुआ है। ऐसे में स्कूल खोलना सरकार बच्चों के जीवन और भविष्य के प्रति कितना चिंतित है, यह चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि प्राइवेट विद्यालयों के दबाव में आकर राज्य सरकार ने आनन-फानन में लिया स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। 13 फरवरी शानिवार और 14 फरवरी को रविवार है। सोमवार 15 फरवरी से स्कूल आरंभ होगा, यानि स्कूलों को तैयारी करने का कोई अवसर ही नहीं दिया गया।
सर्वप्रथम स्कूलों को सप्ताह का तैयारी करने का अवसर देना था और सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से तैयारी के संबंध में सहमति प्राप्त होने के बाद ही स्कूल खोलने की अनुमति दिया जाना था।