छत्तीसगढी़ गमछा पहन कर संसद गये फारुख अब्दुल्ला…
छत्तीसगढ़ के अखबारों में छपी उनकी हिंदू मुस्लिम ऐकता की न्यूज अंग्रेजी में ट्रांसलेट करवाकर संसद ले गये।
हिंदू विभाजन की त्रासदी पर लिखी लेखक शिव ग्वालानी की किताब का विमोचन करेंगे… जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डा. फारुख अब्दुल्ला.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को लेखक का निमंत्रण.
सिंधी हिंदू भारत विभाजन की त्रासदी को दर्शाती है किताब.
छत्तीसगढ़ के साहित्यकार लेखक शिव ग्वालानी ने ऐक किताब मास्टर आफ ऐवरीथिंग WD लिखी है जिसका विमोचन कांस्टीट्यूशन क्लब आफ ईंडिया नई दिल्ली में 11.10.2023 बुधवार को जम्मू कश्मीर के तीन बार मुख्यमंत्री रहे डा. फारुख अब्दुल्ला करेंगे।
नयी दिल्ली में जम्मू कश्मीर के तीन बार मुख्यमंत्री रहे
डा. फारुख अब्दुल्ला का स्वागत लेखक शिव ग्वालानी ने छत्तीसगढ़ का गमछा पहना कर नेशनल कांफ्रेंस हाऊस ऐबी 9 तिलक मार्ग नयी दिल्ली में किया और उन्हें उनकी लिखी किताब मास्टर आफ ऐवरीथिंग WD का विमोचन करने का निवेदन किया, जिसे डा. फारुख अब्दुल्ला ने सहर्ष स्वीकार किया।
डा. फारुख अब्दुल्ला ने छतीसगढ़ की सर जमीं का और वहां के अखबार का शुक्रिया अदा करते हुये कहा की वहां से हिन्दू मुस्लिम ऐकता की कहानी सामने आयी है जबकी देश में नफरत का वातावरण चल रहा है
डा.फारुख अब्दुल्ला शिव और शफी की दोस्ती की मिसाल के रूप में छतिसगढ़ी गमछा पहनकर संसद गये और संसद में गमछा पहनकर भाग लिये।
संसद से विदाई अभिवादन भी छतीसगढ़ गमछा पहने हुये स्वीकार किया।
लेखक शिव ग्वालानी ने बताया की यह किताब भारत के विभाजन की त्रासदी को बताती है की कैसे हिंदू सिंधी परिवार सब कुछ छोड़कर अपनी सर जमीं, मात्रभूमि से घर से बेघर हो गये थे।
ऐक सच्ची कहानी का लेखन लेखक ने किया है।
डा. फारुख अब्दुल्ला ने कहा की असल “”भारत “”हिन्दू और मुस्लिम से मिलकर बना था। अंग्रेजों ने भेदभाव करके भारत के दो टुकड़े कर दिये थे। अंग्रेजों ने विभाजन केवल देश का नहीं, दिलों का भी कर दिया था।
डा. फारुख अब्दुल्ला ने कहा की असल भारत यही है जिसके लिए वो दिसम्बर में छत्तीसगढ़ गये थे।
छत्तीसगढ़ की माटी से शिव और शफी की दोस्ती की, कश्मीरीयत की, मुहब्बत की कहानी निकली है, यही हिन्दू मुस्लिम की असली पहचान है ,दोस्ती है।
आज फिर से देश में नफरत फैल रही है, ईसे रोकना होगा।
हम सब को आपस में मुहब्बत करनी होगी तभी सच्चा भारत बनेगा।
डा.फारुख अब्दुल्ला ने लेखक शिव ग्वालानी की तारीफ करते हुये कहा ये अपनी किताब में सच्ची कहानियों को लिखते हैं।
उन्होंने कश्मीरी संस्कृति को लिखा है, अब ये विभाजन की त्रासदी पर सच्चे धटनाक्रम को लिख कर लाये हैं, न की फिल्मी धटनाक्रम को ,जो आज कल चल रही हैं।
लेखक शिव ग्वालानी ने छत्तीसगढ़ी गमछा पहनाकर ए. बी.9 तिलक मार्ग स्थित नेशनल कांफ्रेंस हाऊस जहाँ फारुख अब्दुल्ला रहते हैं का स्वागत किया और उन्हें उनकी लिखी किताब का विमोचन करने की सहमति देने के लिए साधुवाद दिया।
लेखक शिव ग्वालानी अपनी किताब के विमोचन समारोह में शिरकत करने के लिए , निवेदन करने के लिए पी.ऐम ओ हाऊस साऊथ ब्लॉक नयी दिल्ली भी गये जहाँ उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का आमंत्रण पत्र दिया।
विमोचन समारोह में सुप्रीम कोर्ट के एडीशनल सालीसिटर जनरल रहे ऐडवोकेट और वर्तमान के दो बार ( म. प्र. )राज्य सभा सांसद विवेक कृष्ण तंखा भी शिरकत करेंगे।
नयी दिल्ली में 78 लोधी स्टैट में उनके निवास पर लेखक ने उनसे भेंट कर निवेदन किया जिसे उन्होंने स्वीकार किया।
लेखक
शिव ग्वालानी