कॉलेज का फाइनल ईयर था, इम्तेहान सर पे थे, टेंशन बहुत था! बेरोज़गार था! नौकरी नहीं मिल रही थी! शादी नहीं होरही थी! परिवार में कलह होती थी! ऐसे कितने ही कारण बताते हैं लोग जब पुछा जाये कि तम्बाकू कैसे शुरू किया!
इनमें से कोई भी समस्या स्थाई या परमानेंट नहीं थी, लेकिन एक बुरी आदत परमानेंट हो गई! अब कुछ खाने के बाद भी तम्बाकू लेते हैं और दिन कि शुरुआत करने से पहले भी! इसके बिना काम नहीं चलता!
तम्बाकू छुड़ाने के लिए सबसे ज़रूरी है मज़बूत इरादा!किसी के कहने पर या ज़बरदस्ती से लोग कुछ दिन तम्बाकू से दूर रह सकते हैं परन्तु खुद से पक्का इरादा करने वाले इसे दुबारा कभी हाथ नहीं लगाते!
जब भी तम्बाकू सेवन कि इच्छा हो, थोड़ा रुकें! पहले इसके बुरे प्रभावों को याद करें! कैंसर, ऑपरेशन कर के मुँह के एक हिस्से को निकाल देना, फिर मौत, मौत के बाद परिवार वालों का क्या होगा, यह सोचें और तम्बाकू को हाथ लगाने के ख्याल को भूल जाएँ!
जिनकी संगत में आप मजबूर होजाते हैं ऐसे दोस्तों को गुडबाय कर दें और परिवार के साथ अधिक समय बिताएं!
एकदम से तम्बाकू छोड़ने कि बजाये, धीरे धीरे कम करें!सौंफ, अजवाइन, मिश्री आदि चबाने के लिए पास रखें!कुछ लोग तम्बाकू सूंघने के आदि होते हैं, ऐसे लोग इत्र, अर्क गुलाब, खस आदि को रुमाल या रुई के फाए में लगाकर अपने पास रखें और ज़रूरत पड़ने पर सूंघे!
अपनी सेहत में होने वाले सुधार को ट्रैक करें!अब मेरा मुँह ज़्यादा खुलने लगा है!अब चटपटी चीज़ें मज़े लेकर खा रहा हूँ!मुँह से बदबू नहीं आती!सांस पहले कि तरह जल्दी नहीं फूलती!पेट ठीक से साफ होता है!भूख बढ़ गई है! वज़न बढ़ गया है! फोटो या सेल्फी को पहले से अब के क्रम में जमाएं, ख़ूबसूरती में निखार को महसूस करें!परिवार वाले खुश हैं, मैं खुश हूँ!
ज़रूरत पड़ने पर फिजिशियन कि सलाह लें!यूनानी -आयुष चिकित्सा पद्द्ति में ऐसी अनेक दवाएं हैं जो नशा छुड़ाने तथा शारीरिक एवं मानसिक सेहत बनाये रखने में आपकी मदद करती हैं जैसे – हब्बे शिफा, खामीरा अबरेशम, अर्क गुलाब, अर्क केवड़ा, माजून नजाह, माजून नसयान आदि! इनका उपयोग यूनानी चिकित्सक कि सलाह से ही करें!