नई दिल्ली पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि देश में ऊर्जा क्षेत्र में परिवर्तन की प्रक्रिया से आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा और इससे बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन होगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पांच सीएनजी स्टेशनों का उद्घाटन करते हुए श्री प्रधान ने कहा कि भारत सन् 2030 तक प्राकृतिक गैस के 15 प्रतिशत हिस्से को ऊर्जा मिश्रण द्वारा सतत ऊर्जा उपयोग के लायक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्री प्रधान ने कहा कि इससे पर्यावरण प्रदूषण कम करने में सहायता मिलेगी साथ ही इससे कॉप-21 की जलवायु परिवर्तन प्रतिबद्धताओं को पूरा किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक गैस के अधिक उपयोग से जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होगी जिसके परिणामस्वरूप आयात पर होने वाली लागत और आयात निर्भरता कम होगी।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि एम एन जी एल के पास एक सौ सी एन जी स्टेशनों का नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना देश में एक हजार एलएनजी स्टेशन स्थापित करने की है जिसके लिए अगले तीन वर्षों में दस हजार करोड़ रुपये निवेश किया जायेगा।