नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि गुणवत्ता और विश्वसनीयता ब्रांड इंडिया के आधार स्तंभ होने चाहिए। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से राष्ट्रीय मापिकी सम्मेलन 2021 के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए, उन्होंने भारतीय वैज्ञानिकों और तकनिकी विशेषज्ञों द्वारा हासिल की गई सफलताओं की सराहना करते हुए विशेष रूप से देश में तैयार किये गये दो कोरोना टीकों का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में शीघ्र ही विशद कोविड टीका करण अभियान शुरू किया जायेगा। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय परमाणु समयमापक और भारतीय निर्देशक द्रव्य को भी राष्ट्र को समर्पित किया और राष्ट्रीय पर्यावरण मानक प्रयोगशाला की आधारशिला रखी। नेशनल परमाणु समय मापक, भारतीय मानक समय को दो दशमलव आठ नैनोसेकंड की सटीकता के साथ दर्शाता है।
भारतीय निर्देशक द्रव्य का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्रयोगशालों को गुणवत्ता आश्वासन उपलब्ध कराना है। राष्ट्रीय पर्यावरण मानक प्रयोगशाला औद्योगिक उत्सर्जन निगरानी उपकरणों के प्रमाणीकरण में आत्मनिर्भरता हासिल करने में सहायता करेगी।
भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने भारत में तैयार किये गये दो कोविड टीकों की सराहना की। श्री मोदी ने सीएसआईआर के वैज्ञानिकों से देश में छात्रों के साथ बातचीत करने और कोरोना चुनौती के खिलाफ देश की लड़ाई के बारे में चर्चा करने को कहा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के सामने आज नई चुनौतियां और लक्ष्य हैं। उन्होंने कहा कि देश को आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए नए मानक विकसित करने होंगे। श्री मोदी ने कहा कि देश में क्षमता निर्माण उन मानकों और गुणवत्ता पर निर्धारित होगा जिन्हें हम बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि देश द्वारा अपनाए गए गुणवत्ता मानक भविष्य में विश्व मंच पर उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को तय करेंगे।
मापिकी के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे दुनिया में हमारे उत्पादों की विश्वसनीयता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि जरूरत इस बात की है कि न केवल भारत में निर्मित सामानों की मांग को बढ़ावा दिया जाना चाहिए, बल्कि इसकी स्वीकृति को भी बढ़ाया देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय निर्देशक द्रव्य देश में गुणवत्ता वाले उत्पादों के निर्माण में मदद करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश उद्योग उन्मुख दृष्टिकोण से उपभोक्ता आधारित दृष्टिकोण की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में भारतीय ब्रांडों की स्वीकृति से देश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग और निर्यात में भी इजाफा होगा। श्री मोदी ने कहा कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्योग के बीच बेहतर तालमेल किसी भी देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ। हर्षवर्धन और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के महानिदेशक, शेखर मांडे भी उपस्थित थे।