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कुपोषण प्रबंधन और बच्चो में मोटापे की रोकथाम के लिए पिलाई गई यूनानी दवाएं : डॉ रुबीना अंसारी

दिनांक 8 अप्रैल से 22 अप्रैल 2025 तक छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पोषण पखवाड़ा मनाया गया

जिसमे शासकीय यूनानी औषधालय आयुष विभाग दुर्ग द्वारा बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई।

8 अप्रैल को शीतला मंदिर प्रांगण कसारडीह दुर्ग में आमजनों को पोषण की शपथ दिलाकर पखवाड़े का शुभारंभ किया गया और जागरूकता रैली निकाली गई।
आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रतिदिन इम्यूनिटी बढ़ाने तथा कुपोषित बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए यूनानी दवाएं पिलाई गई।


गर्भवती महिलाओं एवं उनकी देखभाल करने वाले लोगों को जीवन के प्रथम 1000 दिवस में पोषण के महत्व के बारे में जागरूक किया गया।

साथ ही बताया गया कि गर्भकाल में माता का सही पोषण तथा जन्म से दो वर्ष आयु पूर्ण होने तक स्तनपान, पूरक आहार, स्वच्छता, ममता पूर्ण व्यवहार तथा शांत पारिवारिक वातावरण बालकों के संपूर्ण विकास की कुंजी है।

साथ ही आधुनिक परिवेश में घर में निर्मित भोजन की अपेक्षा पैकेट एवं डिब्बा बंद पदार्थ का सेवन तथा खेलकूद के बजाए मोबाइल गेम के कारण बच्चे मोटे होने परंतु निष्क्रिय जीवन जी रहे हैं उनमें क्रियात्मकता कम हो रही है खेलने पढ़ने अथवा लोगों से मिलने में रुचि ना दिखाना भी कुपोषण के लक्षण है।

इन समस्याओं से निपटने के लिए और पोषण से भरपूर रुचि कर व्यंजनों के बारे में बच्चों के पालकों के साथ चर्चा की गई।

यूनानी चिकित्सक डॉक्टर रुबीना अंसारी ने बताया की दिनचर्या में व्यायाम शामिल करें तथा आयुष यूनानी दवाओं का उचित सलाह अनुसार सेवन करें।

कुपोषण निवारण, एनीमिया, स्त्री रोग और गलत खान-पान एवं स्ट्रेस से उत्पन्न होने वाले रोग जैसे डायबिटीज, माइग्रेन, हाई ब्लड प्रेशर, फैटी लीवर, जैसी समस्याओं के प्रबंधन के लिए शासकीय यूनानी औषधालय सिविल लाइन कसारडीह दुर्ग साईं द्वार के बाजू में सोमवार से शनिवार सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक यूनानी चिकित्सक से परामर्श लिया जा सकता है।

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