सिरदर्द एक बहुत ही आम समस्या है। यह कभी ज्यादा सर्दी तो कभी ज्यादा गर्मी के कारण हो जाता है। जिनका हाजमा ठीक नहीं रहता है। या अक्सर खराब रहता है तो उन्हें ये शिकायत रहती ही है । बार बार सर्दी जुकाम, पुराना नजला भी इसका अहम कारण है। दिमाग की कमजोरी भी इसका अहम कारण हो सकती है ।
लगातार ऐसा भोजन करना जो पचने में आसान नहीं होता , शरीर मे दूषित अखलात (रस) पैदा करता है। और शरीर में दूषित रक्त का संचार करता है जिसके कारण दिमाग तक शुद्ध रक्त नहीं पहुंच पाता यह भी सिर दर्द की खास समस्या है। सिर को खास पोषण न मिल पाने के कारण दिमाग की नसे कमज़ोर होने लगती है और इससे सिर कमजोर होने लगता है। पुराना नजला दिमाग को सुस्त कर देता है और थोड़ी भी गर्मी या सर्दी लगने से या फिर मौसम के बदलने पर दिमागी कामकाज ज्यादा होने पर सिर में अक्सर दर्द होता है। कभी-कभी इसके साथ मतली की शिकायत भी रहती है।
इसका किसका सही और मुकम्मल इलाज इन्हीं कारणों को दूर करने पर होता है, अगर कब्ज की शिकायत हो तो इसे दूर करना जरूरी है। इसके बाद लिवर और पेट को मजबूत करने की दवाई दी जाती है जिससे हजम ठीक तरह से होकर अच्छे रस बने और दिमाग को ताकत पहुंचाने की जरूरी दवा के साथ साथ परहेज और पौष्टिक भोजन बताया जाता है
डॉक्टर रुबीना अंसारी
यूनानी चिकित्सा अधिकारी छत्तीसगढ़