एक साल में 40-50% से ज्यादा रिटर्न, जानें क्यों बढ़ी इन धातुओं की चमक : Why Silver’s Demand is Skyrocketing, Gold Silver Investment Boom: 50%+ Return in 1 Year,
Gold Silver Investment: बीते एक वर्ष के दौरान सोना चांदी निवेश ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। इस अवधि में शेयर बाजारों में कोई खास बढ़ोतरी दर्ज नहीं की गई है। वैश्विक उथल-पुथल के बीच निवेशक सुरक्षित निवेश की तलाश में थे। इसी कारण उन्होंने शेयर बाजार की जगह इन धातुओं में पैसा लगाना शुरू कर दिया। चांदी ने तो निवेशकों को सोने से भी ज्यादा रिटर्न दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में भी यह तेजी जारी रह सकती है।
सोने चांदी ने दिया रिकॉर्ड तोड़ रिटर्न: एक साल का लेखा-जोखा
पिछले वर्ष अक्टूबर के मुकाबले अब तक इन दोनों धातुओं ने शानदार प्रदर्शन किया है।
- चांदी का रिटर्न: चांदी ने निवेशकों को 50 प्रतिशत से अधिक का भारी-भरकम रिटर्न दिया है। पिछले साल यह कीमत 92-93 हजार रुपये प्रति किलोग्राम चल रही थी। चांदी की कीमत अब 1.50 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है।
- सोने का रिटर्न: सोने ने भी पिछले एक साल में 40 प्रतिशत का जबरदस्त रिटर्न दिया है। 24 कैरेट सोने की कीमत 1.21 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच चुकी है। पिछले वर्ष पांच अक्टूबर को इसकी कीमत 78,240 रुपये प्रति 10 ग्राम थी।
- शेयर बाजार की स्थिति: दूसरी तरफ, सेंसेक्स पिछले साल इसी अवधि में 81,000 अंक के पास चल रहा था। इस साल भी यह इसके आसपास ही चल रहा है, कोई बड़ी तेजी नहीं दिखाई दी है। यह दर्शाता है कि अस्थिरता के समय सोना चांदी निवेश सबसे सुरक्षित विकल्प होता है।
वैश्विक अस्थिरता बनी Gold Silver Investment निवेश का कारण
अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू दोनों ही कारकों ने इन धातुओं की कीमतों को ऊपर धकेलने में मदद की है।
- सत्ता परिवर्तन: जानकारों का मानना है कि 2025 की शुरुआत में अमेरिका में सत्ता परिवर्तन हुआ था। वहाँ की व्यापार नीति में बदलाव ने पूरे वैश्विक व्यापार को प्रभावित किया है।
- युद्ध का प्रभाव: रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य एशिया में जारी संघर्ष के कारण दुनिया में पहले से ही उथल-पुथल चल रहा था। इन भू-राजनीतिक खतरों ने निवेशकों को सुरक्षित सोना चांदी निवेश की ओर मोड़ा।
- मुद्रा में गिरावट: डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये के मूल्य में हो रही लगातार गिरावट भी एक बड़ा कारण है।
- रुपये में कमजोरी से सोने और चांदी की कीमत में तेजी को निरंतर समर्थन मिल रहा है।
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चांदी की चमक बढ़ने के खास कारण: औद्योगिक मांग
इस साल खासकर चांदी की चमक लगातार बढ़ती गई है। इसका मुख्य कारण इसकी औद्योगिक मांग में जबरदस्त उछाल है।
- उपयोग: ग्रीन एनर्जी, इलेक्ट्रिक वाहन (EV), सोलर पैनल जैसे उत्पादों के निर्माण में चांदी का इस्तेमाल अनिवार्य हो गया है। मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक वस्तु और टेलीस्कोप जैसे उत्पादों में भी चांदी का उपयोग होता है।
- मांग और उत्पादन: दुनियाभर में चांदी की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन, इसका उत्पादन मांग के मुकाबले में नहीं बढ़ पा रहा है।
- खपत: अमेरिका, चीन और भारत जैसे बड़े देश चांदी की सबसे अधिक खपत करते हैं।
- मांग बढ़ने के कारण चांदी की बढ़ती कीमतों का असर दिख रहा है।
- इसका असर इसके आभूषण बनाने वाली कंपनियों के शेयर भाव पर भी दिख रहा है।
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भारत में चांदी की मांग और आपूर्ति का अंतर
भारत चांदी का एक बड़ा उपभोक्ता है, लेकिन यहाँ उत्पादन मांग की तुलना में बहुत कम है।
- उत्पादन: भारत में चांदी का वार्षिक उत्पादन लगभग 700 टन के आसपास ही है।
- यह हमारी जरूरतों के मुकाबले बहुत कम है।
- मांग: 2025 के पहले नौ महीनों में ही चांदी की मांग 5500 से 6000 टन के बीच रही है।
- वर्ष 2024 में कुल 7669 टन चांदी की मांग निकली थी।
- आयात पर निर्भरता: भारत की चांदी की आपूर्ति मुख्य रूप से आयात से ही की जाती है।
- इस आपूर्ति और मांग के बड़े अंतर से कीमतें आने वाले महीनों में भी तेजी दिखा सकती हैं।
त्योहारों पर चांदी की बढ़ती मांग और भविष्य की राह
विशेषज्ञों की मानें तो वैश्विक हालात को देखते हुए सोने में भी मजबूती जारी रहेगी।
- भारत में खपत: चीन के बाद सोने की सबसे अधिक खपत भारत में होती है।
- भारत सालाना 750-800 टन के बीच सोने का आयात करता है।
- दिवाली का रुझान: सराफा बाजार के कारोबारियों की मानें तो इस बार त्योहारों पर बड़ा बदलाव दिखेगा।
- सोने की ऊंची कीमत को देखते हुए चांदी के आभूषणों के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ सकता है।
- कीमतों का अंतर: सोने का प्रति 10 ग्राम भाव 1,20,000 रुपये के आसपास चल रहा है।
- जबकि चांदी अब भी प्रति ग्राम 150 रुपये के आसपास उपलब्ध है।
- इस बड़े अंतर को देखते हुए दिवाली पर सोने से अधिक चांदी की बिक्री हो सकती है।
- सोना चांदी निवेश में चांदी इस बार त्योहारों का राजा बन सकती है।
- यह trend भविष्य में भी सोना चांदी निवेश को एक मजबूत विकल्प बनाए रखेगा।
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