Gold & Silver : सोने-चांदी की कीमतों में भारी गिरावट, निवेशकों में संशय

सोने की कीमत में सोमवार को ₹91,450 प्रति 10 ग्राम पर पहुंची, चांदी की कीमत प्रति किलोग्राम ₹92,500 पर
मुख्य बातें:
- दिल्ली में सोने Gold की कीमत में सोमवार को ₹1,550 की गिरावट, ₹91,450 प्रति 10 ग्राम पर पहुंची।
- चांदी की कीमत में लगातार पांचवें दिन गिरावट, ₹3,000 प्रति किलोग्राम गिरकर ₹92,500 पर।
- पिछले पांच कारोबारी दिनों में चांदी में ₹10,500 प्रति किलोग्राम की भारी गिरावट दर्ज।
- आभूषण विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों की भारी बिकवाली और कमजोर वैश्विक रुख गिरावट के मुख्य कारण।
- शेयर बाजार और अन्य परिसंपत्ति वर्गों में घबराहट में बिकवाली से सुरक्षित निवेश के रूप में सोने पर दबाव।
- आगामी अमेरिकी सीपीआई डेटा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को प्रभावित कर सकता है, जिससे वैश्विक दिशा तय होगी।
सोने Gold की कीमतों में गिरावट: सुरक्षित निवेश की चमक फीकी?
सोमवार को दिल्ली के सराफा बाजार में सोने Gold की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई। अखिल भारतीय सराफा संघ के अनुसार, सोना ₹1,550 प्रति 10 ग्राम सस्ता होकर ₹91,450 पर बंद हुआ। इस गिरावट का मुख्य कारण आभूषण विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों द्वारा की गई भारी बिकवाली को माना जा रहा है। इसके अतिरिक्त, वैश्विक स्तर पर सोने के प्रति कमजोर रुख ने भी कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव डाला।

बाजार के जानकारों का मानना है कि सोने की कीमतों में यह गिरावट मुख्य रूप से शेयर बाजार और अन्य परिसंपत्ति वर्गों में जारी घबराहट भरी बिकवाली का परिणाम है।
वर्तमान आर्थिक परिदृश्य में, निवेशक जोखिम से बचने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके कारण सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने जैसी कीमती धातुओं पर भी दबाव बना हुआ है।
आमतौर पर, शेयर बाजार में कमजोरी सोने की कीमतों के लिए सकारात्मक संकेत होती है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में यह पारंपरिक संबंध टूटता हुआ दिख रहा है।
चांदी में लगातार गिरावट: पांच दिनों में ₹10,500 का नुकसान
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी लगातार गिरावट का दौर जारी है।
शुक्रवार के बंद स्तर ₹95,500 प्रति किलोग्राम से गिरकर सोमवार को चांदी ₹92,500 प्रति किलोग्राम पर आ गई।
यह लगातार पांचवां कारोबारी दिन रहा जब चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। इन पांच कारोबारी दिनों में चांदी निवेशकों को प्रति किलोग्राम ₹10,500 का भारी नुकसान हुआ है।
अमेरिकी सीपीआई डेटा का प्रभाव: ब्याज दरों और सोने Gold की दिशा पर नजर
आने वाले दिनों में जारी होने वाले अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) डेटा पर निवेशकों की गहरी नजर रहेगी।
यह डेटा अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यदि सीपीआई डेटा उम्मीद से अधिक आता है, तो ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम हो सकती है, जिससे सोने पर और दबाव बढ़ सकता है।
इसके विपरीत, कमजोर सीपीआई डेटा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को बढ़ा सकता है, जिससे सोने की कीमतों को कुछ सहारा मिल सकता है।
वैश्विक स्तर पर सोने की दिशा काफी हद तक अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और फेडरल रिजर्व की नीतियों से प्रभावित होती है, इसलिए निवेशकों को इस घटनाक्रम पर बारीकी से ध्यान देना होगा।
अमेरिकी सीपीआई डेटा (US CPI Data) का मतलब है संयुक्त राज्य अमेरिका का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (United States Consumer Price Index)। यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतक है जो शहरी उपभोक्ताओं द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की एक निश्चित टोकरी के लिए चुकाई जाने वाली औसत कीमतों में समय के साथ होने वाले बदलाव को मापता है। सरल शब्दों में, यह मुद्रास्फीति (inflation) को मापने का एक तरीका है – यानी समय के साथ वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में वृद्धि की दर।
सोने Gold और चांदी की कीमतों में वर्तमान गिरावट निवेशकों के बीच व्याप्त अनिश्चितता और घबराहट को दर्शाती है।
शेयर बाजार में कमजोरी के बावजूद सोने का प्रदर्शन कमजोर रहना चिंता का विषय है।
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