OtherSpecial All timeStateTop News

गणेशोत्सव पर कवि सम्मेलन में जमी कवियों की महफिल

दिनांक 06.09.22 को कृष्णा अपार्टमेंट, मोवा, रायपुर में श्री जे. एन. पाठक के संयोजन में गणेशोत्सव के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

डॉ. माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ ने गिरते मानव मूल्यों की बात की..

इन पुराने खंडहरों में क्या धरा है
वो नहीं बिकता यहां पर जो खरा है।
चूमते हैं लोग सूखी टहनियों को
वो बहिष्कृत है चमन में जो हरा है।

कवयित्री अरुणा चौहान ने नारी सशक्तिकरण की बात की..

ना भूलेगी कभी दुनियाँ, बड़ी अदभुत कहानी हो
जबां तलवार सी चलती है तुम झाँसी की रानी हो।
कोई आंधी का झोंका हो या दरिया की रवानी हो
ना भूलेगी कभी दुनियाँ बड़ी अदभुत कहानी हो।

कवयित्री आशा पाठक ने विरह गीत पढ़ा..

बरसों पहले तुम तो हमको भूल बैठे थे
बरसों बाद मेरी याद फिर क्यों आई।
तेरी उम्मीद में मैं कितनी रात जागी हूं
खुले आसमान के नीचे चांद को निहारी हूं।
चांद के पास अपने हर गम को छोड़ आई
बरसों बाद मेरी याद फिर क्यों आई।

तेजपाल सोनी ने मुस्कान को जीवन की शान कहा ..

मुस्कुराना जिंदगी है मुस्कुराना सीखिये
ग़र करें स्वागत किसी का मुस्कुरा
कर कीजिए
धन नहीं तनमन है काफी, इसे पाने के लिए
नि:शुल्क औषधि पेय है, पीने पिलाने के लिए

युवा तुर्क रिक्की बिंदास ने राष्ट्र प्रथम की बात की ..

बोलो कितनों की गई थी जान कौन लिखेगा,
सब ही लिखने लगे महबूबा पे तो विश्व के हृदय में हिंदुस्तान कौन लिखेगा।

आचार्य अमरनाथ त्यागी ने निस्वार्थ समर्पण की बात की..

उम्र भर ही मैं चंदन उगाता रहा मुझको जितना पराया किया वक्त ने स्नेह उतना लुटाता रहा।
जितने पत्थर जमाने से मुझको मिले
में उम्र भर उतनी प्रतिमा बनाता रहा।

लतिका भावे ने वर्षा गीत गुनगुनाया ..

रिमझिम रिमझिम नूपुर बरखा रानी के
टिप टिप बोल बरखा रानी के।
चंचल शीतल पवन झकोरे पांव बरखा रानी के
देखो जी देखो री नखरे बरखा रानी के।

अनिल श्रीवास्तव ‘ज़ाहिद’ ने पढ़ा.

हमको तुमसे प्यार बहुत है।
ये कहना दुश्वार बहुत है॥
दो नंबर के बाज़ारों में,
सच का कारोबार बहुत है॥

राजेंद्र पांडे ने गणेश भगवान से विनती की..

महंगाई से हाल बुरा है,
गैस पेट्रोल है सब पर भारी
चावल, दाल, चीनी, तेल
बिगाड़ रहे हैं गृहस्थ की गाड़ी।

सुनील पांडे ने बढ़ते भारत पर कहा,

काश मेरे सपने, सच में बदलने लगें
सोने की चिड़िया फिर से कहने लगें
महंगाई नहीं, रुपए का मोल बढ़े
सोने के सिक्के फिर से चलने लगे।

संचालन सुनील पांडे ने किया।

इस अवसर पर कृष्णा अपार्टमेंट की कार्यकारिणी के पदाधिकारीगण एवं सभी सदस्य तथा सम्मानित समस्त रहवासी उपस्थित थे।

प्रेषक :-
जे.एन. पाठक, कृष्णा अपार्टमेंट, मोवा, रायपुर

Related Articles

Back to top button